Year Ender 2025: सरिस्का टाइगर रिजर्व के लिए वर्ष 2025 खास रहा। बाघों की हाफ सेंचुरी बनी। सरिस्का को 10 नए शावक मिले।
अलवर। सरिस्का टाइगर रिजर्व के लिए वर्ष 2025 खास रहा। बाघों की हाफ सेंचुरी बनी। सरिस्का को 10 नए शावक मिले। तीन बाघों का नामकरण हुआ। हालांकि सरिस्का को क्रिटिकल टाइगर हैबीटेट (सीटीएच) के नए ड्राफ्ट पर सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी भी झेलनी पड़ी, जिस पर अब नोटिफिकेशन जारी करके आपत्तियां मांगी जा रही हैं। सरिस्का सीटीएच अब 924 वर्ग किमी किया जा रहा है। हालांकि इसका विरोध हो रहा है। इसी के साथ सरिस्का का दूसरा भाग चिड़ियाघर के रूप में आया, जो 116 हेटेयर क्षेत्र में बन रहा है।
सरिस्का वर्ष 2005 में बाघ विहीन हो गया था, लेकिन 2008 के बाद से लगातार बाघों की संख्या में इजाफा हुआ। वर्ष 2024 में 9 शावकों का जन्म हुआ। वहीं, इस वर्ष 10 शावकों ने जन्म लिया। इसी के साथ अकबरपुर रेंज की बाघिन एसटी 2401 करीब 6 माह से लापता है, जिसका अब तक पता नहीं लग पाया।
1. सरिस्का का बाघ एसटी 2303 जंगल से निकलकर हरियाणा जा पहुंचा। करीब 1 माह तक सरिस्का, रणथंभौर टाइगर रिजर्व की टीम को छकाया। उसके हमले में पांच ग्रामीण घायल हुए थे। आखिर में उसे पकड़कर दूसरी जगह ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
2. सरिस्का में पहली बार तितलियों के प्रकार पर सर्वे हुआ, जिसमें 150 से अधिक प्रजातियों की तितलियां मिलीं।
3. सरिस्का में वन्य जीवों की गणना की गई। इस बार लेपर्ड की गणना भी की जा रही है। अनुमान के अनुसार अभी सरिस्का में 250 लेपर्ड हैं। इनका भी संरक्षण होगा।
4. 500 हेक्टेयर में चारागाह विकसित किया जा रहा है, जिसके जरिए हिरण, सांभर आदि को चारा मिल सकेगा।
5. इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए टेंडर किए गए। हालांकि कामयाबी नहीं मिल पाई। बसों का संचालन जरूर सफल रहा।
6. एलिवेटेड रोड का प्रस्ताव आगे बढ़ा। पीडल्यूडी एनएच ने दो रास्तों से इसका मार्ग तय किया। हालांकि इसको फाइनल मंजूरी मिलना बाकी है।
7. सरिस्का के पास ही 116 हेक्टेयर में चिड़ियाघर की सौगात मिली। साथ ही लायन सफारी भी बनेगा।
8. सरिस्का की राजमाता एसटी 2 की स्टेच्यू लगाई गई, जो चर्चा में आई। सबसे अधिक आयु में इस बाघिन की मौत हुई थी।
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