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Rajasthan: न दहेज न दिखावा… कलेक्ट्रेट में दो युवा जजों ने ऐसे रचा ली शादी, सादगी भरे अंदाज ने लोगों का जीता दिल

Judges wedding: सिविल न्यायाधीश हेमंत मेहरा वर्तमान में चौथ का बरवाड़ा (सवाई माधोपुर) में पदस्थापित हैं, जबकि करीना काला प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारी हैं।

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Nov 27, 2025
शादी के बंधन में बंधे हेमंत मेहरा और करीना काला (फोटो- जिला कलक्टर)

कोटपूतली-बहरोड़। संविधान दिवस पर जिला कलेक्ट्रेट में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने वहां मौजूद हर शख्स को हैरान भी किया और भावुक भी। कोई शोर-शराबा नहीं, न बैंड-बाजा और न ही किसी तरह का दिखावा। दो युवा न्यायिक अधिकारी संविधान को साक्षी मानकर जीवनभर के बंधन में बंध गए।

बानसूर के गूंता शाहपुर निवासी हेमंत मेहरा और हनुमानगढ़ की करीना काला, दोनों जजों ने दहेज और फिजूलखर्ची से दूर रहकर सादगी भरा विवाह किया। यह विवाह सिर्फ एक रस्म नहीं था, बल्कि समाज को दिया गया एक संदेश था। 'अगर न्याय देने वाले सादगी अपना सकते हैं, तो समाज क्यों नहीं?'

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विवाह के लिए संविधान दिवस का दिन चुना

सिविल न्यायाधीश हेमंत मेहरा वर्तमान में चौथ का बरवाड़ा (सवाई माधोपुर) में पदस्थापित हैं, जबकि करीना काला प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारी हैं। दोनों ने बताया कि न्यायिक सेवा में होने के कारण वे संविधान को सर्वोच्च मानते हैं। इसी सम्मान के चलते उन्होंने विवाह के लिए संविधान दिवस को चुना।

कलक्टर की मौजूदगी में हुआ विवाह

कलेक्ट्रेट परिसर में जिला कलक्टर प्रियंका गोस्वामी और एडीएम ओमप्रकाश सहारण की मौजूदगी में बेहद शांतिपूर्ण वातावरण में विवाह समारोह पूरा हुआ। दोनों अधिकारी परिवारों के साथ उपस्थित रहे और नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया। बिना किसी तामझाम के संपन्न यह विवाह सोशल मीडिया से लेकर स्थानीय हलकों तक चर्चा का विषय बना हुआ है।

दो अलग कहानियां हुईं एक

हेमंत की कहानी संघर्ष और निरंतर मेहनत की है। गूंता शाहपुर में जन्मे हेमंत को कोरोना काल के बाद पहली पोस्टिंग मिली। 2021 में बानसूर में ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने क्षेत्र का नजदीकी अनुभव लिया। बाद में जोधपुर में पोस्टिंग मिली और फिर प्रोविजनल काल के बाद जयपुर जिला एवं सेशन कोर्ट पहुंचे। उनके पिता रिटायर्ड शिक्षक हैं, मां गृहणी और बड़े भाई खेती-बाड़ी संभालते हैं। न्यायाधीश बनने से पहले हेमंत ने बानसूर में वकालत की थी।

नोहर की रहने वाली हैं करीना काला

वहीं, करीना काला हनुमानगढ़ जिले के नोहर की रहने वाली हैं। उन्होंने आरजेएस परीक्षा पास की और वर्तमान में प्रशिक्षण काल में हैं। उनके पिता एमपी काला रिटायर्ड प्राचार्य हैं और मां गृहणी। सादगी भरे इस विवाह ने यह साबित कर दिया कि बड़े बदलाव सामाजिक स्तर से नहीं, बल्कि व्यक्तिगत निर्णयों से शुरू होते हैं। दो युवा जजों का यह कदम न केवल मिसाल है, बल्कि समाज के लिए प्रेरणा भी।

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Updated on:
27 Nov 2025 05:20 pm
Published on:
27 Nov 2025 05:02 pm
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