Tobacco Day 2025: राजस्थान का अलवर जिला तंबाकू (Alwar Hub of Tobacco) और गुटखा खाने वालों का गढ़ बनता जा रहा है। यहां के लोग रोजाना लाखों रुपये का गुटखा और तंबाकू खा रहे हैं। पढ़िए ये विशेष रिपोर्ट...
Alwar Hub of Tobacco: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल अलवर जिला गुटखे की राजधानी बन चुका है। यहां हर दिन लोग लाखों रुपये का गुटखा खा रहे हैं। खासकर युवा पीड़ी गुटखा-तंबाकू की गिरफ्त में तेजी से आ रहा है। गुटखा-तंबाकू के सेवन से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां हो रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल में प्रदेश भर में अलवर दूसरे स्थान पर है। यहां हर महीने करीब सात लाख लोग करोड़ों रुपये के तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं।
जानकारी के अनुसार, सामान्य अस्पताल में पिछले साल कैंसर के 15 हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए आए। इनमें करीब 50 से 55 प्रतिशत लोग मुंह के कैंसर के शामिल हैं। इनमें से करीब 80 से 90 प्रतिशत लोगों की तंबाकू सेवन की हिस्ट्री सामने आई है। साथ ही फेफड़ों और अन्य जगह के कैंसर के कुल रोगियों में से भी 60 प्रतिशत मरीजों की तंबाकू सेवन की हिस्ट्री रही है। इसके अलावा उच्च रक्तचाप, सांस संबंधी बीमारियां, हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक (लकवा) आदि बीमारियों के मरीज भी बढ़ रहे हैं।
देश तंबाकू उपभोग के लिहाज से टाइम बम (Tobacco Time Bomb) पर है। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम में एक वर्ष में 18.3 लाख लोगों को ही परामर्श दिया गया है। रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की यही गति रही तो तंबाकू नियंत्रण में 152 साल लगेंगे। जबकि भारत में प्रति वर्ष 18 लाख से ज्यादा जान इसके कारण जाती हैं। रोजाना 6500 नए युवा तंबाकू की लत शुरू करते हैं, जो सालाना 24 लाख से ज्यादा हैं।
देश में तंबाकू उपयोग से आर्थिक क्षति 1.82 लाख करोड़ तक आंकी गई है। जो देश की जीडीपी का एक प्रतिशत से अधिक है। यह नुकसान सरकार को तंबाकू से मिलने वाले टैक्स से अधिक है। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे के अनुसार, देश में 28 करोड़ से अधिक तंबाकू उपयोगकर्ता हैं। जबकि यह मुंह और फेफड़े का कैंसर, हार्ट अटैक, स्टोक. अस्थमा (Cancer, Heart Attack, and Stroke) जैसी बीमारियों का प्रमुख कारण है।
विश्व में 1.3 अरब लोग तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं। इससे उनके व्यक्तिगत स्वास्थ्य और समाज पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए तंबाकू का सेवन के प्रति आमजन को जागरुक कर भविष्य की पीड़ियों को तंबाकू के खतरे से बचाना जरुरी हो गया है।
…डॉ. सुरेश मीणा, एचओडी, मेडिसिन विभाग, सामान्य अस्पताल।
युवा तेजी से बढ़ते तंबाकू सेवन, धूम्रपान और फास्ट फूड के उपयोग से कैंसर की संभावना तेजी से बढ़ रही है। कुछ साल पहले तक कैंसर की बीमारी अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब कम उम्र में ही कैंसर हो रहा है।
…डॉ. सुखबीर तंवर, कैंसर रोग विशेषज्ञ, सामान्य अस्पताल।