Minister angry: मंत्री केदार कश्यप ने वन व जल संसाधन विभाग की ली संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक, अधिकारियों को कहा कि काम में लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त
अंबिकापुर. वन मंत्री केदार कश्यप ने बुधवार को वन व जल संसाधन विभाग की संभाग स्तरीय बैठक ली। जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में मंत्री (Minister angry) ने अधिकारियों को सख्त निर्देशित करते हुए कहा कि आम जन की सुविधा एवं कल्याण हेतु किए जा रहे कार्यों में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विभाग के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जितना खर्च हो रहा है, उस अनुसार जमीनी स्तर पर काम नहीं हो रहे हैं। सीनियर अधिकारी ढीले पड़ गए हैं। अधिकारी ठेकेदारों के लिए काम नहीं करें बल्कि ठेकेदारों से काम कराएं।
बैठक में विशेष सचिव टोप्पो ने बताया कि पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुरूप वरिष्ठ अधिकारियों की टीम बनाकर सरगुजा संभाग के सभी जिलों का दौरा कर विभिन्न कार्यों की प्रगति का अवलोकन किया गया है। उन्होंने कहा कि कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने शेड्यूल बनाकर साइट निरीक्षण (Minister angry) करने भी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
बैठक में विधायकों द्वारा घुनघुट्टा परियोजना द्वारा अंतिम छोर तक पानी पहुंचने और बांकी डेम में जल की निरंतर उपलब्धता हेतु अधोसंरचना निर्माण की व्यवस्था पर भी चर्चा की गई। इस पर मंत्री कश्यप ने विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। बैठक (Minister angry) में घुनघुट्टा जलाशय के किनारे पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी चर्चा की गई।
बैठक में सांसद चिंतामणि महाराज, अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, कलेक्टर विलास भोसकर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास राव, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव प्रेम कुमार, सीसीएफ सरगुजा माथेश्वरन, केआर बड़ाइक सहित सरगुजा वृत्त के समस्त डीएफओ एवं एसडीओ उपस्थित रहे।
वन मंत्री केदार कश्यप (Minister angry) ने कहा कि शासन द्वारा वर्तमान में 67 लघु वनोपज की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने मैनपाट में इको टूरिज्म को विकसित किए जाने कार्ययोजना बनाने अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही संभाग के अन्य क्षेत्रों में भी इसकी संभावनाओं पर काम किए जाने की बात कही।
उन्होंने सरगुजा वन वृत अंतर्गत स्वीकृत खदानों की जानकारी ली और इन खदानों की संचालक संस्थाओं द्वारा सीएसआर गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए जिससे आसपास के गांवों में लोगों को मूलभूत सुविधाओं, रोजगार आदि में प्राथमिकता से मदद मिले।
उन्होंने अवैध वन कटाई और लकड़ी तस्करी (Minister angry) पर सख्ती से नजर रखने और कार्रवाई के विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्रों में अतिक्रमण को प्रभावी तौर पर रोकने आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें और ग्रामीणों को भी वनों के विकास हेतु सहभागी बनाएं।
सांसद चिंतामणि महाराज ने बैठक में हाथी प्रभावित लोगों के शीघ्र मुआवजा और प्रभावित क्षेत्रों में विद्युतीकरण की बात कही। इसपर मंत्री कश्यप ने अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री कश्यप ने सरगुजा वन वृत की संक्षिप्त (Minister angry) जानकारी ली।
बैठक में बताया गया कि लगातार ग्राम सभाओं में ग्रामीणों में जागरूकता और पूर्व तैयारी का परिणाम है कि वर्ष 2023 की तुलना में वर्ष 2024 में वन क्षेत्रों में अग्नि घटनाओं में 60 प्रतिशत तक कमी आई है। मंत्री ने इस पर कहा कि ग्रामीणों को इस दिशा में जागरूक करने स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लें।