UP Flood News: यूपी के अमरोहा जिले में गंगा में छोड़े गए 1.08 लाख क्यूसेक पानी से 60 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। गांवों में पानी भरने से किसानों की फसलें डूबने लगी हैं और ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
Ganga water release UP flood 60 villages crops damage: उत्तर प्रदेश के बिजनौर बैराज से शनिवार को गंगा नदी में अचानक 1.08 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे नदी का जलस्तर बढ़कर 200.60 मीटर तक पहुंच गया। हालांकि अमरोहा के तिगरी क्षेत्र में गंगा नदी खतरे के निशान से 1.40 मीटर नीचे बह रही है, लेकिन पानी की रफ्तार और दबाव से निचले इलाकों के हालात बिगड़ गए हैं।
गंगा में छोड़े गए पानी के बाद अमरोहा जिले के करीब 60 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। शीशोवाली, दारानगर, जाटोवाली और ढाकोवाली जैसे गांवों के बाहरी हिस्सों में पानी भर गया है। ग्रामीण अपने खेतों और घरों तक पहुंचने के लिए ट्यूब और नाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं, रामगंगा पोषक नहर को भी लोगों को नाव से पार करना पड़ रहा है।
पिछले तीन दिनों से गंगा के जलस्तर में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन गांवों में पानी जमा रहने से हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। ओसीता और जगदेपुर के जंगलों में भी पानी भर गया है, जिससे लोगों की आवाजाही मुश्किल हो गई है। बाढ़ का पानी खेतों और रास्तों को डूबो रहा है, जिससे ग्रामीण परेशान हैं।
गांवों में पानी भरने से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हो रहा है। धान और सब्जियों की फसल पानी में डूबने से खराब होने लगी है। किसानों को इस बात की चिंता है कि लंबे समय तक पानी भरा रहा तो पूरी फसल चौपट हो जाएगी। इससे ग्रामीणों की आजीविका पर भी सीधा असर पड़ेगा।
बाढ़ खंड के जेई सुभाष कुमार ने बताया कि फिलहाल जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है। धीरे-धीरे पानी का स्तर कम होना शुरू हो जाएगा और हालात सामान्य हो जाएंगे। हालांकि प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।