अमरोहा

जयंत चौधरी का अमरोहा में शक्ति प्रदर्शन! रालोद की नई रणनीति से तय होगा 2027 का राजनीतिक भविष्य

Amroha News: राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी 12 अक्टूबर को अमरोहा दौरे पर रहेंगे, जहां वे रजबपुर में जनसभा करेंगे। यह दौरा रालोद की 2027 विधानसभा चुनाव रणनीति और संगठन के भविष्य के लिए अहम माना जा रहा है।

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Oct 06, 2025
जयंत चौधरी का अमरोहा में शक्ति प्रदर्शन! Image Source - 'X' @jayantrld

Jayant Chaudhary Amroha Visit: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी 12 अक्टूबर को अमरोहा जिले के रजबपुर पहुंचने वाले हैं। यहां वह नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज के विशाल मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरे को रालोद की आने वाली राजनीतिक दिशा तय करने वाला माना जा रहा है।

कार्यकर्ता इस दौरे को 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीतिक शुरुआत के रूप में देख रहे हैं। जयंत चौधरी की यह सभा न केवल संगठनात्मक दृष्टि से, बल्कि जिले में पार्टी के भविष्य की परीक्षा भी साबित होगी।

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गिरी साख और फीका जनाधार

पिछले कुछ वर्षों में रालोद का जनाधार लगातार कमजोर हुआ है। पहले जहां पार्टी किसान राजनीति की अग्रिम पंक्ति में हुआ करती थी, अब उसका प्रभाव सीमित होता जा रहा है। भाजपा के साथ गठबंधन के बावजूद रालोद कार्यकर्ता खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि सत्ता में रहते हुए भी उनकी बात सुनी नहीं जा रही। जयंत चौधरी का यह दौरा कार्यकर्ताओं को फिर से प्रेरित करने और संगठन को एकजुट करने का प्रयास बताया जा रहा है।

मंत्री पद से बढ़ा दायित्व, ज़मीन पर दिखेगा असर

केंद्र सरकार में मंत्री बनने के बाद जयंत चौधरी का रुख और भी सक्रिय नजर आ रहा है। अब वह केवल दिल्ली की राजनीति तक सीमित नहीं, बल्कि संगठन के कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद साध रहे हैं।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस दौरे का मुख्य उद्देश्य कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी राय जानना और 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए मजबूत तैयारी करना है। उनका यह नया अंदाज पार्टी के भीतर जोश भरने और स्थानीय स्तर पर भरोसा लौटाने का संकेत देता है।

रालोद की रणनीति में बड़े बदलाव के संकेत

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, रालोद इस बार पारंपरिक रणनीति से हटकर कुछ नया करने के मूड में है। पार्टी को उम्मीद है कि किसानों और युवाओं को जोड़कर वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत कर सकेगी।

यदि गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मनमुताबिक परिणाम नहीं मिले, तो पार्टी अपने दम पर भी चुनावी मैदान में उतर सकती है। नौगावां सादात और मंडी धनौरा सीटों को लेकर कार्यकर्ताओं की मांग भी यही संकेत दे रही है कि रालोद अब पहले से अलग रुख अपनाने जा रही है।

जनसभा की हलचल, गांव-गांव में तैयारियां

रालोद जिलाध्यक्ष सचिन चौधरी ने बताया कि जयंत चौधरी की जनसभा को लेकर तैयारियां चरम पर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को सभा में आने का निमंत्रण दे रहे हैं। पोस्टर, बैनर और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से माहौल बनाया जा रहा है।

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