Tigri Mela Amroha: अमरोहा के तिगरी मेले में मिशन शक्ति 5.0 के तहत आयोजित विशेष कॉन्फ्रेंस में महिलाओं के स्किल विकास, उच्च शिक्षा, उद्यमिता और मानसिक सशक्तिकरण पर विस्तृत चर्चा हुई।
Mission shakti women empowerment Amroha: अमरोहा के प्रसिद्ध तिगरी मेले में मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत एक विशेष कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य महिलाओं, छात्राओं और युवाओं को अधिक आत्मनिर्भर, शिक्षित और भविष्य-सक्षम बनाना था। सम्मेलन का मुख्य विषय स्किल विकास और उच्च शिक्षा से करियर डेवलपमेंट तथा उद्यमिता द्वारा महिला सशक्तिकरण रहा। कार्यक्रम में महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और मानसिक मजबूती पर विस्तृत चर्चा हुई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक अमरोहा अमित कुमार आनंद ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के लिए शिक्षा और कौशल सबसे बड़ा सुरक्षा कवच होते हैं। उन्होंने महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि जब महिलाएं सशक्त होती हैं, तो पूरा परिवार, आसपास का वातावरण और समाज मजबूती से आगे बढ़ता है। उन्होंने युवाओं को कौशल वृद्धि और उच्च शिक्षा अपनाने के लिए प्रेरित किया।
शिक्षाविद् और डिजाइन थिंकिंग विशेषज्ञ सुगंधा अरोड़ा ने कहा कि आज की शिक्षा केवल जानकारी देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सोच, विश्लेषण और सृजन की क्षमता तैयार करने का माध्यम है। उन्होंने बताया कि आधुनिक शिक्षा का उद्देश्य युवाओं को समस्या समाधान, नवाचार और रचनात्मक कार्यों के लिए तैयार करना है, जिससे वे समय के साथ बदलती जरूरतों के अनुरूप खुद को विकसित कर सकें।
आईटी प्रोफेशनल और स्टार्टअप मेंटर वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि वर्तमान युग पूरी तरह तकनीक-प्रधान है, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, साइबर सिक्योरिटी, ऐप डेवलपमेंट और डिजिटल इनोवेशन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि भारत तेजी से डिजिटल टैलेंट का वैश्विक केंद्र बन रहा है और युवा अब केवल नौकरी पाने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले भी बन सकते हैं।
आशीर्वाद कंसल्टेंट्स (गाज़ियाबाद) की सीनियर चार्टर्ड अकाउंटेंट वृंदा अग्रवाल ने स्टार्टअप और व्यवसाय में वित्तीय अनुशासन की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि कैश फ्लो, बजटिंग, फंडिंग और टैक्स मैनेजमेंट जैसे मूलभूत बिंदुओं को शुरुआत से सही दिशा देने पर कोई भी व्यवसाय तेजी से आगे बढ़ सकता है। उन्होंने युवाओं को फाइनेंशियल लिटरेसी अनिवार्य रूप से सीखने की सलाह दी।
कार्यक्रम में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. भाविनी तिवारी ने मानसिक स्वास्थ्य की महत्वता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक सशक्त और संतुलित समाज बनाने के लिए आवश्यक है कि हर व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ हो। उन्होंने महिलाओं को परिवार की नींव बताते हुए कहा कि यदि महिलाएं मानसिक रूप से मजबूत होंगी, तो पूरा समाज स्वस्थ और स्थिर बनेगा।