करियर में सफलता केवल मेहनत से नहीं, सही दिशा और ग्रहों के सहयोग से मिलती है। यदि ग्रह अनुकूल हों और बताए गए उपाय नियमित किए जाएं, तो व्यक्ति अपने चुने हुए क्षेत्र में ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है।
कई बार योग्यता होते हुए भी व्यक्ति असमंजस में रहता है—इंजीनियर बनें, डॉक्टर, कॉरपोरेट प्रोफेशनल या प्रशासनिक अधिकारी? ज्योतिष के अनुसार, व्यक्ति का करियर उसकी कुंडली के ग्रह तय करते हैं।
ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडे के अनुसार, कुंडली का दशम, द्वितीय और छठा भाव करियर के लिए सबसे अहम होता है। साथ ही, लग्न के दशम भाव का स्वामी ग्रह नवांश में किस स्थिति में है, वही आपके प्रोफेशन की दिशा तय करता है।
करियर विश्लेषण हमेशा सूर्य, चंद्र और लग्न—तीनों से करना चाहिए।
यदि कुंडली में मंगल, शनि, बुध, राहु या केतु में से दो या अधिक ग्रह प्रभावी हों, तो व्यक्ति इंजीनियरिंग की ओर बढ़ता है।
खास तौर पर मंगल और बुध का मजबूत होना जरूरी माना गया है।
अनुकूल राशियां:
मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर
उपाय:
चिकित्सा क्षेत्र में जाने के लिए सूर्य, चंद्र, बृहस्पति और मंगल में से दो ग्रहों का प्रभाव जरूरी होता है।
सूर्य औषधि का और बृहस्पति जीवन का कारक है।
अनुकूल राशियां:
मेष, सिंह, धनु, कर्क, वृश्चिक, मकर
उपाय:
बैंकिंग, फाइनेंस, मार्केटिंग और बिजनेस जैसे कॉरपोरेट करियर में बुध की प्रधानता व्यक्ति को आगे बढ़ाती है।
यदि बृहस्पति भी साथ हो, तो तरक्की दोगुनी हो जाती है।
अनुकूल राशियां:
वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मीन
उपाय:
UPSC और राज्य प्रशासनिक सेवाओं के लिए सूर्य, चंद्र और मंगल सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माने गए हैं।
अनुकूल राशियां:
वृषभ, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मकर
उपाय:
नौकरी के लिए:
व्यापार के लिए: