Premanand ji Maharaj On God Photo: अक्सर लोग घर और जीवन में सकारात्मकता, संपन्नता के लिए कार या नए वाहन में भगवान की मूर्ति या स्टिकर लगवा लेते हैं। प्रेमानंद महाराज ने बताया है कि यह सही है या गलत..
Premanand ji Maharaj On God Photo: वृंदावन में प्रवचन करने वाले प्रेमानंद महाराज का कहना है कि जहां भगवान की मूर्ति रहती है या भगवान का नाम लिखा होता है, वह पवित्र स्थान हो जाता है। ऐसी जगह पर साफ-सफाई और पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए और आप ऐसा नहीं कर सकते तो न मूर्ति रखें और न नाम लिखवाएं। क्योंकि जब भी आप कार या वाहन धोते हैं तो भगवान के नाम और मूर्ति पर भी पानी जा सकता है। यह पानी जमीन पर गिरता है और पैरों के नीचे आता है। इस तरह हम जाने-अनजाने में भगवान का अपमान करते हैं। हम जितना भी भगवान की मूर्ति और उनके नाम का आदर करेंगे, उतना ही उनकी कृपा पाएंगे।
इसके अलावा वाहन नया रहने पर लोग कार में भगवान का चित्र और मूर्ति तो लगा लेते हैं, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है उत्साह ठंडा हो जाता है। हम साफ-सफाई भी नहीं रखते। चित्र और मूर्ति पर धूल-मिट्टी और गंदगी पड़ती रहती है, जो कि ठीक नहीं है। साथ ही कई बार लोग गंदे हाथ भगवान को लगा देते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार भगवान की मूर्ति को लेकर स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। धूल-मिट्टी को साफ करने के लिए स्वच्छ कपड़े का ही इस्तेमाल करना चाहिए। यदि ऐसा नहीं कर पाते हैं तो आपको अपनी कार या वाहन में भगवान का चित्र नहीं लगाना चाहिए और न ही मूर्ति रखनी चाहिए। वर्ना भूलवश हम भगवान का अपमान करते रहेंगे और उनको नाराज कर लेंगे। इसके दुष्परिणाम झेलने पड़ेंगे और अप्रिय घटना का सामना करना पड़ सकता है।
धर्म शास्त्रों के अनुसार देवता का स्थान शुद्ध और पवित्र होना चाहिए। ऐसे में जो लोग सिगरेट और शराब के लती हैं और वो कार में बैठकर सिगरेट और शराब पीने, नॉनवेज खाने के शौकीन हैं, उन्हें अपनी कार में किसी भी भगवान की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। यदि आप मूर्ति रखते हैं तो ये सावधानियां रखनी चाहिए ..
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