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दिल्ली में कार सस्ती, लेकिन मुंबई में महंगी: जानिए शहर बदलते ही क्यों बदल जाती है गाड़ी की कीमत?

Car Price Difference Between States in India: क्या आप जानते हैं कि एक ही कार की कीमत दिल्ली, मुंबई या बेंगलुरु में अलग क्यों होती है? जानिए किन कारणों से भारत के अलग-अलग शहरों में कार प्राइस में फर्क क्यों होता है।

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Sep 26, 2025
Car Price Difference Between States in India (Image: Gemini)

Car Price Difference Between States in India: भारत में जब भी कोई नई कार खरीदने की सोचता है, तो अक्सर ये सवाल दिमाग में आता है कि एक ही मॉडल की कार अलग-अलग शहरों में अलग कीमत पर क्यों मिलती है? उदाहरण के लिए, दिल्ली में जिस कार की कीमत सबसे कम होती है वही कार मुंबई या बेंगलुरु में थोड़ी महंगी होती है। चलिए जानते हैं इसके पीछे क्या कारण होते हैं, जिससे शहर बदलते ही गाड़ियों की कीमत बदल जाती है।

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एक्स-शोरूम और ऑन-रोड कीमत का अंतर

कंपनियां कार की एक्स-शोरूम प्राइस घोषित करती हैं। लेकिन खरीदार को जो वास्तव में चुकानी होती है उसे ऑन-रोड प्राइस कहते हैं। इसमें रजिस्ट्रेशन, आरटीओ टैक्स, इंश्योरेंस, नंबर प्लेट और फास्टैग जैसी चीजें शामिल होती हैं। इसलिए अलग-अलग शहरों में कार की अंतिम कीमत अलग हो जाती है।

राज्य के टैक्स का असर

हर राज्य का रोड टैक्स अलग होता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली में रोड टैक्स कम होता है जबकि महाराष्ट्र या कर्नाटक में ज्यादा है। रोड टैक्स कार की एक्स-शोरूम कीमत का एक प्रतिशत होता है और इसी वजह से एक ही कार शहर के हिसाब से महंगी या सस्ती हो जाती है।

इंश्योरेंस का असर

गाड़ी की कुल कीमत में इंश्योरेंस भी बड़ा रोल निभाता है। मेट्रो शहरों में ट्रैफिक और दुर्घटनाओं का जोखिम ज्यादा होने की वजह से इंश्योरेंस प्रीमियम भी बढ़ जाता है। छोटे शहरों में यह प्रीमियम कम होता है इसलिए वहां कार थोड़ी सस्ती मिलती है।

डीलर मार्जिन और लोकल ऑफर

कुछ शहरों में डीलर ज्यादा छूट और ऑफर देते हैं ताकि बिक्री बढ़ सके। वहीं, जहां मांग ज्यादा होती है वहां ऑफर कम मिलते हैं। इसलिए शहर के हिसाब से भी कीमत बदलती रहती है।

ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स कॉस्ट

फैक्ट्री से कार को डीलर तक पहुंचाने में आने वाला खर्च भी कीमत पर असर डालता है। मान लीजिए कार की फैक्ट्री हरियाणा या गुजरात में है तो दिल्ली या उत्तर भारत में कीमत कम होगी क्योंकि ट्रांसपोर्ट खर्च कम लगेगा। वहीं दक्षिण भारत में कीमत ज्यादा होगी क्योंकि ट्रांसपोर्टेशन में ज्यादा खर्च आता है।

डिमांड और मार्केट डायनेमिक्स

किसी शहर में अगर किसी कार की मांग बहुत ज्यादा है तो डीलर डिस्काउंट कम देते हैं। और जहां डिमांड कम है वहां ज्यादा ऑफर और छूट मिलती है। यही मार्केट डायनेमिक्स कार की कीमत बदलने का एक और कारण है।

इसलिए दिल्ली में कार सस्ती और मुंबई में महंगी पड़ती है। कीमत का फर्क सिर्फ कंपनी की नीति पर नहीं बल्कि रोड टैक्स, इंश्योरेंस, डीलर ऑफर, ट्रांसपोर्टेशन और मांग जैसी कई चीजों पर निर्भर करता है। जब अगली बार आप नई कार लेने जाएं तो इन सभी पहलुओं को ध्यान में जरूर रखें।

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Published on:
26 Sept 2025 03:01 pm
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