Modi Putin in Fortuner: पीएम मोदी और पुतिन जिस फॉर्च्यूनर (MH01EN5795) में बैठे, उसका असली मालिक कौन? नंबर प्लेट के पीछे छिपे नाम ने सबको चौंकाया।
Modi Putin in Fortuner: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। कल शाम जब उनका विमान पालम एयरपोर्ट पर उतरा, तो एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पुतिन का स्वागत करने के लिए खुद एयरपोर्ट पहुंच गए। गर्मजोशी से गले मिलने के बाद दोनों नेता एक ही गाड़ी में बैठकर पीएम आवास की ओर रवाना हुए।
लेकिन, इस हाई-प्रोफाइल मुलाकात के बीच कैमरों का फ्लैश और लोगों की निगाहें उस गाड़ी पर अटक गईं, जिसमें दुनिया के ये दो कद्दावर नेता सवार हुए। यह न तो पीएम मोदी की सुरक्षित मर्सिडीज-मेबक थी और न ही पुतिन की अभेद्य ऑरस सीनेट थी। यह कार टोयोटा फॉर्च्यूनर थी। सोशल मीडिया पर इस गाड़ी ने खूब सुर्खियां बटोरी।ऐसे मे लोगों के मन में बहुत से सवाल हैं कि आखिर फॉर्च्यूनर ही क्यों और इस एसयूवी का असली मालिक कौन है?
आमतौर पर पीएम मोदी मर्सिडीज-मेबक S650 (Mercedes-Maybach S650) में सफर करते हैं जो गोलियों और धमाकों को झेलने में सक्षम है। वहीं, पुतिन अपनी खास लिमोजिन 'ऑरस सीनेट' (Aurus Senat) का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन एयरपोर्ट पर इन दोनों दिग्गजों ने एक वाइट कलर की फॉर्च्यूनर में सफर किया, जिसने सभी को चौंका दिया।
जिस फॉर्च्यूनर कार में पीएम मोदी ने पुतिन को रिसीव किया, उसका नंबर MH01EN5795 है। जब इस नंबर की पड़ताल की गई, तो कुछ चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं।
आरटीओ के सार्वजनिक डेटा में मालिक का नाम पूरी तरह स्पष्ट नहीं दिखाई देता, क्योंकि सुरक्षा कारणों से कई VVIP वाहनों की जानकारी मास्क कर दी जाती है। कुछ ऑनलाइन सर्च में जो पैटर्न मिला, उसके आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गाड़ी मुंबई पुलिस के हाई-सिक्योरिटी बेड़े का हिस्सा हो सकती है और संभवतः किसी वरिष्ठ अधिकारी के पदनाम पर रजिस्टर्ड है। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत SPG और अन्य एजेंसियां अक्सर राज्यों की पुलिस से विशेष या आर्मर्ड वाहन लेती हैं और ऐसे वाहनों के रजिस्ट्रेशन विवरण आमतौर पर गोपनीय रखे जाते हैं। इसलिए मालिक का नाम सार्वजनिक न होना सामान्य प्रक्रिया है।
पुतिन की अगवानी की तस्वीरों के वायरल होते ही लोगों ने सवाल पूछने शुरू कर दिए कि आखिर इतनी हाई-सिक्योरिटी के बीच एक आम दिखने वाली एसयूवी का इस्तेमाल क्यों किया गया? बहरहाल, पीएम मोदी का अपनी आधिकारिक कार के बजाय इस कार का इस्तेमाल करना दोनों नेताओं के बीच की गहरी और सहज दोस्ती को दर्शाता है।
(डिस्क्लेमर: वाहन के मालिक के संबंध में यह जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। सुरक्षा कारणों से सटीक मालिक का नाम आधिकारिक रूप से प्रकट नहीं किया जाता।)