बागपत में दो जगह इंस्पेक्टरों और दरोगाओं की परीक्षा आयोजित करवाई गई। इस परीक्षा के बाद ही थानेदारी और चौकी इंचार्जी सुनिश्चित की जाएगी। बताया जा रहा है कौशल के आधार पद पर नियुक्ति मिलेगी।
बागपत : बागपत के पुलिस अधीक्षक ने एक अनूठा प्रयोग किया है। उन्होंने थाना इंचार्ज और चौकी इंचार्ज बनने के लिए एक परीक्षा आयोजित करवाई। इस परीक्षा में जो अव्वल आएगा उसे थानाधिकारी बनाया जाएगा। इसके साथ ही परीक्षा में मिले अंकों के आधार महकमे में पदोन्नति और पदभार मिलेगा।
बागपत जिले की रिजर्व पुलिस लाइन में सभी निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों की लिखित परीक्षा आयोजित की गई। यह परीक्षा पुलिस अधीक्षक सूरज राय की पहल पर आयोजित हुई। परीक्षा में भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के प्रावधानों और साइबर अपराध से संबंधित प्रश्न पूछे गए। कुछ प्रश्नों को देखकर तो इंस्पेक्टर और दरोगाओं का माथा चकरा गया। परीक्षा के दौरान सख्ती देखने को मिली। निरीक्षण करने के लिए एक टीम आई।
निरीक्षण करने के लिए पुलिस अधिकारियों की एक टीम आई थी। टीम के जाते ही एक दरोगा जी ने नकल शुरू कर दी। उन्होंने मोबाइल निकालकर फोटो खींचने शुरू कर दिए। लेकिन जैसे ही वह पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी की नजर उन पर पड़ी तो ऐसा करने से रोका गया। साथ ही मोबाइल में खींची गई फोटो डिलीट करवा दी गई।
रविवार को यह परीक्षा दो केंद्रों पर हुई। बागपत पुलिस लाइन में बागपत के साथ ही खेकड़ा, चांदीनगर, बालैनी, सिंघावली अहीर, महिला थाना और विभागीय ऑफिसों में तैनात इंस्पेक्टरों और दरोगाओं का केंद्र बनाया गया जबकि बड़ौत के जेपी स्कूल में बड़ौत, रमाला, दोघट, छपरौली और बिनौली थानों के इंस्पेक्टरों और दरोगाओं का परीक्षा केंद्र बनाया गया।
बागपत पुलिस लाइन और बड़ौत के जेपी पब्लिक स्कूल में आयोजित हुई इंस्पेक्टरों और दरोगाओं की परीक्षा के दौरान नकल का भी खेल चला। अधिकारी जब निरीक्षण के लिए पहुंचे, तो सभी ने अनुशासन दिखाते हुए प्रश्नों को हल करना शुरू कर दी। वहीं, जैसे ही अधिकारी निरीक्षण करने के बाद वापस लौटे, तो इंस्पेक्टर और दरोगा नकल करते हुए भी दिखाई दिए। इस दौरान वे एक-दूसरे से प्रश्नों के उत्तर पूछते नजर आए। वहीं, बागपत पुलिस लाइन में तो एक इंस्पेक्टर पास में खड़ा होकर दूसरे इंस्पेक्टर को प्रश्नों के उत्तर बताता नजर आया।