बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्रा के पिता कैलाशनाथ मिश्रा ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह अपने परिवार के साथ आत्मदाह कर लेंगे। उनके इस गंभीर बयान ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
बहराइच हिंसा: रामगोपाल मिश्रा के पिता कैलाशनाथ मिश्रा ने पुलिस कार्रवाई के प्रति असंतोष व्यक्त किया। कैलाशनाथ ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें पूरा न्याय नहीं मिला है।
बहराइच हिंसा के पांच मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। शुक्रवार को इन सभी को सीजेएम के सामने पेश किया गया, और बाद में उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। रामगोपाल मिश्रा के पिता कैलाशनाथ मिश्रा ने कहा कि जिन आरोपियों ने उनके बेटे के साथ हिंसा की उन्हें कठोर सजा मिलनी चाहिए। मृतक की पत्नी, रोली मिश्रा, ने भी न्याय की मांग करते हुए दोषियों को सख्त दंड देने की बात की है। हिंसा में मारे गए युवक के पिता ने बयान जारी कर कहा कि हम पुलिसिया कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अगर हमें न्याय न मिला तो मैं परिवार के साथ आत्मदाह कर लूंगा।
गुरुवार को महसी तहसील में हुई इस हिंसा के मुख्य आरोपियों को नानपारा के हांडा बसेहरी नहर के पास पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया। इस मुठभेड़ में मोहम्मद तालीम उर्फ शब्बू और सरफराज उर्फ रिंकू घायल हो गए और उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इसके अलावा, तीन अन्य आरोपियों अब्दुल हमीद, फहीम और मोहम्मद अफजल को भी गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने बताया कि बहराइच में हुई हिंसा सुनियोजित थी। मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के घर की छत पर पत्थर, ईंटें और कांच की बोतलें मिली थीं, जो इस बात का प्रमाण है कि हिंसा पूर्व नियोजित थी। इसके अलावा, जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार को छिपाकर रखा था, ताकि भविष्य में फिर से दहशत फैला सकें।
पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने कार्यों के दौरान जबरदस्त सुरक्षा उपाय अपनाए हैं। सभी पांच आरोपियों को आरआरएफ, पीएसी और स्थानीय पुलिस की कड़ी निगरानी में जेल भेजा गया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।