बालोद

अब नई जगह बनेगी पानी टंकी, आचार संहिता हटने के बाद शुरू होगी टेंडर प्रक्रिया

बालोद नगर का कुंदरूपारा पानी की समस्या से जूझ रहा है। वहीं जब पानी टंकी बनाने की बारी आई तो स्टे लग गया। यह मामला न्यायालय में चल रहा है। अब नगर पालिका ने बड़ा फैसला लिया है। अब टंकी के निर्माण के लिए दूसरी जगह का चयन करेगा।

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water tank construction बालोद नगर का कुंदरूपारा पानी की समस्या से जूझ रहा है। वहीं जब पानी टंकी बनाने की बारी आई तो स्टे लग गया। यह मामला न्यायालय में चल रहा है। अब नगर पालिका ने बड़ा फैसला लिया है। अब टंकी के निर्माण के लिए दूसरी जगह का चयन करेगा। नगर पालिका परिषद की बैठक में इस बात को रखा जाएगा। स्टे लगने के कारण टंकी का निर्माण कार्य रुका है। इसका खामियाजा कुंदरूपारा व शिकारीपारा के रहवासियों को उठाना पड़ रहा है। इस मोहल्ले के लोगों के लिए टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है।

1 करोड़ 13 लाख की लागत से बननी है टंकी

नगर पालिका के मुताबिक जल संकट से निजात दिलाने 1 करोड़ 13 लाख की लागत से कुंदरूपारा में टंकी बनाई जानी है, जो टंकी बननी थी, हाईकोर्ट ने स्टे लगा दिया है।

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नयापारा कपिलेश्वर मोहल्ले में बनेगी टंकी

नगर पालिका सीएमओ सौरभ शर्मा ने बताया कि कुंदरू पारा में पानी टंकी बनेगी। वहीं नगर के नयापारा कपिलेश्वर मोहल्ले में भी टंकी का निर्माण किया जाएगा। इन दिनों जगहों पर टंकी निर्माण से लोगों को राहत मिलेगी। नगर के इन दो मोहल्ले में सबसे ज्यादा परेशानी जल संकट की होती है। आचार संहिता हटने के बाद टेंडर प्रक्रिया की जाएगी।

पानी टंकी निर्माण से खुश थे लोग, अब मायूसी

पानी टंकी निर्माण से लोग खुश थे। शहर में हो रहे जल संकट की समस्याओं से निजात लोगों को मिलती व लोगों को पर्याप्त पानी भी मिलता। अब निर्माण कार्य बंद होने से मायूसी छा गई है।

पानी टंकी निर्माण से यह होता फायदा

जिला मुख्यालय में बालोद जलावर्धन योजना के तहत शहर में पानी की सप्लाई हो रही है। शहर के कुंदरूपारा व शिकारीपारा ये वार्ड जल समस्याग्रस्त क्षेत्र है। इन वार्डों में हर साल पानी की गंभीर समस्या रहती है। गर्मी में स्थिति गंभीर हो जाती है। शहर में जलावर्धन योजना के बाद भी कुंदरूपारा व कुछ मोहल्लों में पर्याप्त पानी नहीं पहुंच रहा है।

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टैंकर के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा

कुंदरूपारा वार्ड में टैंकर के भरोसे पानी सप्लाई की जाती है। टंकी निर्माण के बाद पेयजल की समस्या नहीं होगी। टंकी निर्माण से शहर के सभी वार्डों में पर्याप्त पानी मिलेगा। शहर में पांच बड़ी पानी टंकी हो जाएगी। अभी इसके लिए कुछ साल इंतजार करना पड़ेगा।

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