Unmarried couple:छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में बुधवार की रात युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने उसी के आशिक को गिरफ्तार किया है। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में साथ रह रहे थे।
Unmarried couple: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में बुधवार की रात युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने उसी के आशिक को गिरफ्तार किया है। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में साथ रह रहे थे। उनकी आठ माह की एक बच्ची भी थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि सरस्वती से वह नाराज था क्योंकि वह बच्ची की ठीक से देखभाल नहीं करती थी। इसके अलावा उसे उसके चरित्र पर भी संदेह था। इन्हीं बातों को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ और तैश में आकर उसने हत्या कर दी।
Live-in Relationship Case: मिली जानकारी के अनुसार आरोपी विनय दुबे पांड़ेपारा में लोहिया नगर स्कूल के पास अपनी प्रेमिका सरस्वती कुर्रे के साथ रहता था। बुधवार दोपहर 3 बजे के करीब विनय और सरस्वती अपनी बच्ची को लेकर सामान खरीदने बाजार गए। यहां से रात करीब 8 बजे घर लौटते ही दोनों के बीच बच्ची की सही तरह से देखरेख नहीं करने को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान विनय ने उसे गाली-गलौज करते हुए कई तमाचे जड़ दिए। बचाव में सरस्वती ने भी झूमाझटकी की और लड़ते हुए वह आंगन में जा गिरी। इसी दौरान विनय ने पास ही पड़े एक पत्थर को सरस्वती के सिर पर पटक दिया। फिर लहूलुहान शव को घसीटते हुए वह घर से बाहर निकला और (Boyfrield kills Girlfriend) नाली में ले जाकर फेंक दिया। आसपास के लोग पहुंचे तो एंबुलेंस बुलाने की बात कहते हुए मौके से फरार हो गया। इधर, पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस ने धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपवी की तलाश शुरू कर दी।
हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद विनय मोटर साइकिल से फरार हो गया। उसे पकड़े जाने का डर था इसलिए वह लगातार अपनी लोकेशन बद रहा था। कभी किसी दिशा में जाता, कभी किसी दिशा में। इधर, पुलिस ने भी हत्यारे को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए शहर के भीतर से लेकर बाहर सीमाओं तक दल-बल को सक्रिय कर दिया था। पुलिस ने सूचना मिलने के एक घंटे के भीतर ही आरोपी को (Murder News) रायपुर रोड में भागते हुए धरदबोचा। पूछताछ में उसने बताया कि वह बलौदाबाजार में मूलत: आजाद चौक का रहने वाला है। उसकी उम्र 32 साल है। चरित्र शंका और बच्चा संभालने को लेकर हुए विवाद में आवेश में आकर उसने हत्या कर दी।
बुधवार रात गिरतार करने के बाद आरोपी को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया। यहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी अजय झा, साइबर प्रभारी प्रियेश जान, राजेन्द्र पाटिल, सीआर साहू, समीर शुक्ला, अंशुमन पाण्डेय, सायबर टीम के आरक्षक अजय यादव, टीकाराम साहू और पेट्रोलिंग पार्टी का योगदान रहा।