Doda smuggling: उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर छत्तीसगढ़ की सीमा में स्थित धनवार चेक पोस्ट पर संदिग्ध स्थिति में खड़ा था ट्रक, मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने ली ट्रक की तलाशी
वाड्रफनगर। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की बसंतपुर पुलिस ने रविवार की सुबह छत्तीसगढ़-उत्तर प्रदेश बॉर्डर से लगे धनवार चेक पोस्ट पर 1 ट्रक अवैध मादक पदार्थ डोडा (DODA smuggling) (अफीम का चूरा) पकड़ा है। ट्रक में 14 क्विंटल 44 किलोग्राम डोडा लोड था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। जब्त डोडा की कीमत 1 करोड़ 30 लाख रुपए बताई जा रही है। धनवार चेक पोस्ट पर ट्रक खड़ा कर चालक मौके से फरार था। मुखबिर की सूचना पर ट्रक की तलाशी में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली।
सरगुजा रेंज के आईजी दीपक झा ने अवैध मादक पदार्थ (DODA smuggling) के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश संभाग के सभी थाने व चौकियों की पुलिस को दी है। इसी कड़ी में बलरामपुर जिले की बसंतपुर पुलिस के हाथ रविवार की सुबह एक बड़ी सफलता लगी।
बसंतपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश बॉर्डर से लगे धनवार चेक पोस्ट पर क ट्रक की तलाशी ली, जिसमें भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ डोडा (Doda smuggling) भरा था। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि संदिग्ध रूप से ट्रक चेक पोस्ट पर खड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक की तलाशी ली। ट्रक में बोरे में भरा सामान लदा था।
जब पुलिस ने बोरों को खोला तो उनके होश उड़ गए। बोरे में डोडा (Doda smuggling) भरा हुआ था। पुलिस ने जब उसकी तौल कराई तो 14 क्विंटल 44 किलोग्राम डोडा निकला, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। पुलिस जल्द ही मामले में शामिल आरोपियों को दबोचने की बात कह रही है।
बसंतपुर पुलिस ने मामले की सूचना बलरामपुर एसपी को दी। इसके बाद मौके पर एएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी व वाड्रफनगर एसडीओपी रामअवतार धु्रव पहुंचे और कार्रवाई की। जब्त डोडा (Doda smuggling) की कीमत 1 करोड़ 30 लाख रुपए बताई जा रही है।
पुलिस ने मामले में धारा 15 (सी), 25, 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। बलरामपुर एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को मादक पदार्थों की तस्करी में लगे किसी भी व्यक्ति व गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
डोडा पाउडर के रूप में होता है, जिसका सेवन तरल पदार्थ के साथ मिलाकर किया जाता है। डोडा अफीम का फूल है, शुरूआत में यह फूल हरे रंग का होता है। इसी फूल को बीच से काट कर इसके अंदर के तरल पदार्थ को निकाल कर अफीम का पाउडर तैयार किया जाता है।
शेष बचे डोडा फूल को भी सुखा कर उसका मिश्रण तैयार किया जाता है, इसी मिश्रण को चाय या दूसरे तरल पेय पदार्थ में मिला कर लोग इसका सेवन नशे के तौर पर करते हैं। इसे डोडा चूरा भी कहा जाता है।