बांदा के बबेरू से एक मामला सामने आया है। यहां पुलिस थाने में शिकायत करने आई एक महिला से हेड कांस्टेबल ने अभद्रता की। महिला ने इस पूरे मामले की शिकायत एसपी से की है।
बांदा: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी समय-समय पर अपने कर्मियों को फरियादियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान की हिदायत देते हैं। लेकिन बांदा के बबेरू थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो न केवल इन निर्देशों की अवहेलना करता है, बल्कि पुलिस विभाग की छवि को भी धूमिल करता है। एक महिला ने आरोप लगाया है कि बयान दर्ज कराने थाने पहुंचने पर एक हेड कांस्टेबल ने उसके साथ अभद्र टिप्पणी की और चोट दिखाने के लिए कपड़े उतारकर दिखाने को कहा। आहत महिला ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक (SP) को शिकायती पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
अनौसा गांव की रहने वाली पीड़ित महिला का कहना है कि उसके पति ने चाकू से हमला कर उसे घायल कर दिया था। इस घटना का वीडियो भी उसके पास मौजूद है। इसके बावजूद, बबेरू कोतवाली पुलिस ने सिर्फ साधारण मारपीट का मुकदमा दर्ज किया। 10 अगस्त को वह अपने वृद्ध पिता के साथ बयान दर्ज कराने थाने पहुंची। महिला का आरोप है कि वहां तैनात हेड कांस्टेबल ने कहा, 'चोट कितनी गहरी है, यह देखना होगा। इसके लिए कपड़े उतारकर दिखाना पड़ेगा।' महिला ने महिला सिपाही को बुलाने की मांग की, लेकिन कांस्टेबल ने कथित तौर पर जवाब दिया, 'महिला पुलिस नहीं आएगी, हम ही देखेंगे।' इस अभद्र व्यवहार से आहत होकर महिला बयान दर्ज कराए बिना थाने से लौट गई।
बबेरू कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि महिला के पिता इंतेजाम अली ने अपने दामाद के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था। इसी सिलसिले में महिला अपने पिता के साथ बयान दर्ज कराने थाने आई थी। प्रभारी निरीक्षक के अनुसार, महिला ने बताया कि उसके पति ने मारपीट के दौरान उसके सीने पर चाकू से हमला किया था। जांच के दौरान हेड कांस्टेबल ने महिला सिपाही को बुलाकर चोट के निशान देखने को कहा था, लेकिन महिला बिना चोट दिखाए वापस चली गई। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी।
महिला ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र सौंपा। पत्र में उसने हेड कांस्टेबल के अभद्र व्यवहार और पुलिस की लापरवाही का जिक्र करते हुए कार्रवाई की मांग की है। महिला का कहना है कि वह पहले ही पति की हिंसा का शिकार है, और अब पुलिस के व्यवहार ने उसका दुख और बढ़ा दिया है।