वन विभाग के कर्मियों ने बाघों की लोकेशन ट्रैक कर ली है। बताया जा रहा है कि बाघ गांव के पास एक पत्थर खदान क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि बाघों को पकडऩे या बेहोश करने का अभियान चुनौतीपूर्ण बना हुआ है, क्योंकि पूरे जिले में केवल दो पशु चिकित्सक उपलब्ध हैं।
चामराजनगर जिले के चामराजनगर तालुक में नांजीदेवपुर गांव के पास एक साथ पांच बाघों Tiger के देखे जाने से इलाके में दहशत का माहौल है। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने लोगों को घरों से बाहर न निकलने और समूह में एकत्र न होने की सलाह दी है।
जनसुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चामराजनगर की तहसीलदार गिरिजा ने नांजीदेवपुर, वीरनपुर और उडीगल गांवों में सोमवार से मंगलवार शाम 6 बजे तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन का सहयोग करें। वन विभाग के कर्मियों ने बाघों की लोकेशन ट्रैक कर ली है। बताया जा रहा है कि बाघ गांव के पास एक पत्थर खदान क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि बाघों को पकडऩे या बेहोश करने का अभियान चुनौतीपूर्ण बना हुआ है, क्योंकि पूरे जिले में केवल दो पशु चिकित्सक उपलब्ध हैं।
ड्रोन सर्वेक्षण के दौरान वन अधिकारियों को खदान क्षेत्र में एक बाघिन और उसके शावकों के पगचिह्न मिले, जिससे सभी पांच बाघों की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। इस बीच, दुबारे हाथी शिविर से हाथी ईश्वर और लक्ष्मण को मौके पर भेजा गया है और संयुक्त अभियान शुरू कर दिया गया है। नांजीदेवपुर के ग्रामीणों ने हाथी दस्ते के स्वागत में विशेष पूजा-अर्चना भी की।
स्थानीय कांग्रेस विधायक पुट्टरंगशेट्टी मौके पर डेरा डाले हुए हैं और वन अधिकारियों के साथ स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। राज्य Karnataka सरकार ने आश्वासन दिया है कि अभियान में सहायता के लिए अतिरिक्त प्रशिक्षित हाथी और अनुभवी पशु चिकित्सकों को भेजा जाएगा।वन अधिकारियों ने बताया कि वे स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। लोगों और वन्यजीवों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आगे कदम उठाएंगे।