उदयपुर से बांसवाड़ा आती राजस्थान रोडवेज बस में शुक्रवार शाम छह बजे एक महिला यात्री ने बच्चे को जन्म दिया। बस चालक-परिचालक ने करीब 10 किमी पहले न सिर्फ सुरक्षित प्रसव करवाया, बल्कि गाड़ी दौड़ाकर सीधे जिला अस्पताल पहुंचा दी।
बांसवाड़ा। उदयपुर से बांसवाड़ा आती राजस्थान रोडवेज बस में शुक्रवार शाम छह बजे एक महिला यात्री ने बच्चे को जन्म दिया। बस चालक-परिचालक ने करीब 10 किमी पहले न सिर्फ सुरक्षित प्रसव करवाया, बल्कि गाड़ी दौड़ाकर सीधे जिला अस्पताल पहुंचा दी। वहां जच्चा-बच्चा को भर्ती करवा दिया गया।
चालक कैलाश सालवी ने बताया कि चंदूजी का गड़ा क्षेत्र के पास बस पहुंचने पर गर्भवती रमिला डोडियार महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। चालक ने गाड़ी को तेज दौड़ाया। बस में महिला की मां, उसका भाई और पति भी मौजूद थे, जिनकी मदद से सुरक्षित प्रसव करवा लिया। बस को सीधे अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्साकर्मियों ने तत्काल जच्चा-बच्चा को भर्ती कर जांच व उपचार शुरू कर दिया।
परिचालक सुरेश चौधरी ने बताया कि प्रसव पीड़ा शुरू होने पर 108 एंबुलेंस को कॉल किया। बांसवाड़ा में एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने और तलवाड़ा से पहुंचने में देरी हो सकने का जवाब मिला। चालक एवं परिचालक ने रोडवेज बस सीधे अस्पताल पहुंचाने का निर्णय किया।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. लक्ष्मी निनामा ने बताया कि बस ज्योंही अस्पताल परिसर में पहुंची, मेडिकल टीम ने गर्भनाल अलग की, दोनों की जांच की व वार्ड में भर्ती कर लिया। रमिला के लडक़ा हुआ। परिजनों एवं चिकित्सकों ने भी रोडवेजकर्मियों का शुक्रिया अदा किया।
सरकार की योजना के अनुसार रोडवेज बस में किसी गर्भवती का प्रसव होने पर जच्चा-बच्चा एवं पिता पूरे राजस्थान में आजीवन नि:शुल्क यात्रा का लाभ ले सकते हैं।