TRAGIC ACCIDENT: घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने हरनावदाशाहजी-छीपाबड़ौद मार्ग जाम कर दिया। बडी संख्या में एकत्रित आसपास के ग्रामीणों ने सड़क पर लकडियां व झाड़ डाल कर रास्ता रोक दिया।
Baran News: बारां के हरनावदाशाहजी क्षेत्र के गुराडी गांव के निकट स्थित 33 केवी ग्रिड सब स्टेशन पर मंगलवार तड़के साढ़े तीन बजे फीडर चेंज करते समय एक संविदाकर्मी हादसे का शिकार हो गया। हादसे में संविदाकर्मी 11 केवी लाइन से करंट की चपेट में आ गया। करंट से उसके दोनों हाथ के पंजे कट गए। घायल चरत राम मीणा को गंभीर हालत में इलाज के लिए कोटा रेफर किया गया है। लापरवाही की हद तो यह कि इस दौरान बिजली भी बंद नहीं की गई, बताया जा रहा है कि संविदाकर्मी बिना सुरक्षा उपकरण पहने ही लाइन पर चढ़ गया था। इधर घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने हरनावदाशाहजी-छीपाबड़ौद मार्ग जाम कर दिया। बडी संख्या में एकत्रित आसपास के ग्रामीणों ने सड़क पर लकडियां व झाड़ डाल कर रास्ता रोक दिया। इससे दोनों छोर पर वाहनों की कतारें लग गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली अधिकारियों की कथित अनदेखी से यह हादसा हुआ है। आर्थिक सहायता दिलाने समेत घायल के परिजन को नौकरी व 50 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की मांग को लेकर ग्रामीणों ने रोड पर जाम लगा दिया। इस दौरान मौके पर हरनावदाशाहजी सहायक अभियंता विकास महावर, कनिष्ठ अभियंता कुलदीप, ललित सोनी, थानाधिकारी ब्रजेश चौधरी, सारथल थानाधिकारी गिर्राज गूर्जर मय पुलिस जाप्ता के पहुंचे और समझाइश की। बाद में प्रधान नरेश मीणा भी मौके पर पंहुचे। लेकिन ग्रामीण कलक्टर व उपजिला कलक्टर को बुलाकर सहायता की घोषणा की मांग पर अडे रहे। रोड पर धरना देकर बैठ गए। इधर रोड पर जाम रहने से दोनों छोर पर वाहनों की कतारें लग गई।
बाद में ठेकेदार के आने के बाद आर्थिक सहायता देने के आश्वासन एवं अन्य सहायता परिवार को देने पर बनी सहमति के बाद जाकर ग्रामीण व परिजन मानें। इसके बाद जाकर हालात सामान्य होने लगे। इस दौरान करीब सात घंटे से ठप बिजली आपूर्ति भी बहाल करवाई।
गुराड़ी ग्रिड पर इससे पहले भी तीन बार हादसे हो चुके हैं। जिनमें दो कर्मचारियों की मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद भी यहां घटनाओं की पुनरावृत्ति को लेकर ग्रामीणों ने गहरा आक्रोश जताया। उनका कहना है कि ग्रेड पर मेंटनेंस के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन उसके बावजूद भी हालात काफी बदतर हैं। कांग्रेस नेता प्रेम सिंह मीणा ने आरोप लगाया कि सुरक्षा उपकरणों के साथ कर्मचारियों के लिए संसाधनों को मुहैया कराने पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही ग्रामीणों ने रोस्टर स्विच का सिस्टम सुचारू करने की मांग की है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने बताया कि यह सिस्टम काफी समय से खराब होने के कारण कर्मचारी को खंभे पर चढकर जपर जोडने पडते हैं। इसी कारण यह हादसा हुआ।
इधर कनिष्ठ अभियंता कुलदीप मीणा ने बताया कि समय समय पर ग्रिड का मेंटनेंस किया जाता है। खराब पडे रोस्टर स्विच के लिए भी प्रस्ताव भेज रखे हैं। उन्होंने घायल को हरसंभव विभागीय सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया। कार्यवाहक उपखंड अधिकारी एवं तहसीलदार सुरेंद्र सिंह गूर्जर ने जाम के दौरान मौके पर पहुंचकर लोगों से समझाइश की, लेकिन सहमति नही बनी । उसके बाद ठेकेदार के आने पर उसने इलाज कराने एवं नगद आर्थिक सहायता देने एवं अन्य सहायता देने के आश्वासन पर जाकर ग्रामीण व परिजन माने।
फीडर सेटिंग के लिए सिंगल फेस से थ्री फेस करने के लिए खंभे पर चढकर जपर जोडने के दौरान 11 केवी लाइन के करंट की चपेट में आकर अपने दोनों हाथ खोकर गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती चरतराम मीणा (25 )की दो माह बाद शादी होने वाली थी। परिजन तैयारियां कर रहे थे। लेकिन मंगलवार हुए हादसे ने खुशियां काफूर कर दी। घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों का कहना था कि बिजली अधिकारियों की अनदेखी के कारण यह हादसा हुआ। क्योंकि रोस्टर स्विच अरसे से खराब होने के कारण खंभे पर चढ़ने की नौबत आती है।