Rajasthan unique Wedding: राजस्थान के कोटा में एक अनोखी शादी ने समाज के सामने मानवता की मिसाल पेश की है। युवक रवि शर्मा ने सेरेब्रल पाल्सी जैसी गंभीर विकलांगता से जूझ रही मेघा शर्मा ने से शादी की।
Wedding Sets Example Of Humanity: कोटा के महावीर नगर द्वितीय की रहने वाली मेघा शर्मा बचपन से ही सेरेब्रल पाल्सी जैसी गंभीर विकलांगता से जूझ रही थीं। जन्मजात विकलांगता ने उनके जीवन के हर कदम पर चुनौतियां खड़ी की लेकिन परिवार ने कभी उनका साथ नहीं छोड़ा।
पिता वीरेंद्र शर्मा ने मेघा को पढ़ाया-लिखाया और आत्मनिर्भर बनाया, फिर भी बेटी की चिंता उन्हें सताती थी। उनके जेहन में एक ही सवाल था, क्या मेघा को ऐसा जीवनसाथी मिलेगा जो उसे पूरे मन से स्वीकार करे। इसी बीच अंता निवासी, मैकेनिक रवि शर्मा, मेघा की जिंदगी में रोशनी बनकर आए। उन्होंने न केवल जन्मजात विकलांगता की दीवार तोड़ मेघा को अपनाया बल्कि उसके साहस और धैर्य को दिल से स्वीकार करते हुए जीवनसाथी बनाया।
अंता निवासी रवि शर्मा शनिवार को बरात लेकर कोटा पहुंचे और महावीर नगर द्वितीय स्थित मंदिर में सेरेब्रल पाल्सी से जूझती मेघा से पूरे रस्मों के साथ धूमधाम से विवाह किया। रवि ने न सिर्फ मेघा के जीवन को रोशन किया, बल्कि समाज के सामने मानवता की मिसाल भी पेश की। रवि ने मानवता और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए मेघा का हाथ थामना स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि विकलांगता किसी इंसान की अच्छाई, संस्कार या उसके हकदार होने को कम नहीं करती। मेघा जैसी मजबूत लड़की का जीवन में साथ मिले तो हर चुनौतियों को मिलकर पार करने की हिम्मत हासिल हो जाती है।
महावीर नगर स्थित मंदिर में शादी की रंगत और बेटी को दुल्हन के रूप में देख पिता वीरेंद्र शर्मा की रुलाई फुट पड़ी। मेघा जैसे ही दुल्हन बन मंडप में आईं, तो माहौल भावनाओं से भर उठा। पिता की आंखें बेटी के घर बसने की खुशी से नम थीं। मेघा को संबल देने वाले रवि को देखकर परिवारजन और मौजूद लोगों ने उनकी मानवता और साहस की सराहना की। मेघा की मां का दो साल पहले निधन हो चुका है लेकिन पिता वीरेंद्र ने बेटी को कभी मां की कमी महसूस होने नहीं दी। उसकी हर जरूरत का ख्याल रखा।
रवि के जीजा हेमराज शर्मा कहते हैं, मेघा और रवि का मिलन न सिर्फ एक शादी है, बल्कि उम्मीद, इंसानियत और समानता की मजबूत मिसाल भी है, जो कई परिवारों को नई सोच और सकारात्मक दिशा दिखाती है। साथ ही यह संदेश भी देती है कि विकलांगता रिश्तों की राह में दीवार नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और स्वीकार्यता की कसौटी होती है। बता दें, मेघा और रवि का रिश्ता करवाने में हेमराज ने ही मुख्य किरदार निभाया है।