Bareilly Violence Update: जानिए कौन है मौलाना तौकीर जिसका कांग्रेस के बाद सपा से भी नाता रहा है। 2001 में तौकीर रजा राजानीति में आया।
Bareilly Violence Update: यूपी के बरेली में हुए बवाल के बाद पुलिस एक्शन मोड में नजर आ रही है। पुलिस ने मामले में मौलाना तौकीर रजा समेत कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में तौकीर रजा को भेजा गया है।
इसके अलावा मामले में पुलिस ने 36 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही 2,000 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इलाके का CCTV फुटेज भी पुलिस की टीम खंगाल रही है। DM अविनाश सिंह और SSP अनुराग आर्य ने बताया कि बरेली में बवाल के मुख्य साजिशकर्ता मौलाना तौकीर समेत 8 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
आरोप है कि मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार को बरेली में अपने भड़काऊ बयानों से हिंसा भड़काई। जिसके बाद बरेली में युवाओं की भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी। इस वजह से खलील तिराहे से लेकर इस्लामियां ग्राउंड तक पथराव और तोड़फोड़ के साथ प्रदर्शन किया गया। SSP ने बताया कि मौलाना तौकीर रजा, सरफराज, मनीफुद्दीन, अजीम अहमद, मो. शरीफ, मो. आमिर, रेहान और शमीम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
बरेली के एक बड़े धार्मिक नेता के रूप में मौलाना तौकीर रजा की पहचान है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल का वह प्रमुख है। आला हजरत खानदान से तौकीर रजा आता है। 2001 में तौकीर रजा राजानीति में आया। रजा ने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाई। 2009 में रजा कांग्रेस के साथ हो गया। 2012 के विधानसभा चुनाव में रजा ने सपा का समर्थन किया। इसके बाद 2014 चुनाव में रजा ने बसपा का साथ दिया।
मौलाना तौकीर रजा का विवादों से पुराना नाता रहा है। कई मामलों में वह पहले भी विवादित बयान दे चुका है। रजा के खिलाफ 2010 में भी बरेली में दंगा करवाने का आरोप है।