अलीगंज थाना इलाके के राजपुर कलां गांव में जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में शनिवार को गोलियां चल गईं। हालात बेकाबू होते-होते बचे। घटना के बाद जब जांच हुई तो पता चला कि स्थानीय पुलिस ने पहले से कोई सख्ती नहीं दिखाई और न ही समय रहते कार्रवाई की। इसी लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा।
बरेली। अलीगंज थाना इलाके के राजपुर कलां गांव में जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में शनिवार को गोलियां चल गईं। हालात बेकाबू होते-होते बचे। घटना के बाद जब जांच हुई तो पता चला कि स्थानीय पुलिस ने पहले से कोई सख्ती नहीं दिखाई और न ही समय रहते कार्रवाई की। इसी लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा।
एसएसपी अनुराग आर्य ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हल्का प्रभारी उपनिरीक्षक मनोज कुमार और बीट हेड कांस्टेबल शहनवाज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी है।
गांव में शनिवार को जमीन कब्जेदारी के विवाद को लेकर दोनों पक्ष भिड़ गए थे। देखते ही देखते गाली-गलौज से मामला गोलीबारी तक पहुंच गया। ग्रामीणों में दहशत फैल गई। सवाल यह उठ खड़ा हुआ कि अगर पुलिस ने पहले से दबंगई और विवाद की सूचना पर ध्यान दिया होता तो फायरिंग की नौबत ही न आती।
इसी लापरवाही को संज्ञान में लेते हुए एसएसपी ने सख्त रुख अपनाया और दोनों पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया। पुलिस महकमे में इस कार्रवाई को एक बड़े संदेश के तौर पर देखा जा रहा है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।