Dandruff: डैंड्रफ की समस्या एक आम परेशानी है। लेकिन कभी-कभी ये समस्या बड़ी हो जाती है, खुजली और हेयर फॉल का कारण बन सकती है। इसमें नींबू और नारियल तेल के घरेलू नुस्खा मददगार साबित होंगे। तो आइए जानते हैं बनाने और इस्तेमाल के सही तरीके को।
Dandruff: डैंड्रफ की समस्या से परेशान होना आम बात है, लेकिन बहुत लोगों को डैंड्रफ से खुजली जैसी प्रॉब्लम हो जाती है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो नींबू और नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं। आपके लिए फायदेमंद रहेगा। क्योंकि नींबू में एसिडिक गुण स्कैल्प के pH लेवल को बैलेंस में रखता है और नारियल तेल सूजन को कम करने और स्किन में नमी बनाए रखने में मदद करता है। इस नुस्खे को अपने डेली रूटीन में शामिल करें, आप जल्द ही डैंड्रफ से राहत मिल सकता है।
नारियल का तेल बालों की जड़ों में नमी बनाए रखता है। यह बालों को हाई बेमार से प्रोटेक्ट करता है, और नींबू में भरपूर मात्रा में एंटी-बैक्टीरियल, विटामिन सी पाए जाते हैं जो स्कैल्प को गंदगी से बचाते हैं। साथ ही, कई अन्य सुरक्षा भी देता है।
सामग्री: आप एक कटोरी में अपने बालों की लंबाई के हिसाब से नारियल का तेल डालें और तेल को ग्राहलका ग्राम केर लें। 1-2 चम्मच नींबू का रस लें। फिर दोनों को अच्छे से मिक्स कर लें। अगर आपके बाल काफी झड़ रहे हैं तो आप मिलाए गए मिश्रण में प्याज का रस भी मिला सकते हैं। इससे डैंड्रफ के साथ-साथ बाल झड़ने की समस्या भी दूर होगी।
सबसे पहले बालों को किसी कम pH लेवल वाले शैम्पू से धो लें और अच्छे से सुखा लें। फिर बनाया हुआ नींबू और नारियल तेल अपने बालों की जड़ों तक अच्छे से लगाएं और हल्का मसाज करें। इसे 1 घंटे के लिए बालों में रहने दें और उसके बाद धो लें।
नारियल का तेल और नींबू बालों की जड़ों के लिए काफी कारगर साबित होते हैं। आपको बता दें कि नारियल तेल में मैग्नीशियम जैसे कई गुण पाए जाते हैं जो बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं। नारियल का तेल और नींबू स्प्लिट एंड्स को भी दूर करते हैं। इसका मिश्रण बालों में लगाने से बालों की ग्रोथ में भी वृद्धि होती है और बालों को सफेद होने से रोक सकता है। इसके अलावा, यह डैंड्रफ से दूर रखने के साथ-साथ बालों की चमक को भी बढ़ाता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।