Malai Skincare Tips: सर्दियों में आपके रूखे-सूखे चेहरे को खिला-खिला बना सकती है मलाई। जानिए मलाई का उपयोग कैसे चेहरे की खूबसूरती बढ़ा सकता है।
Malai Skincare Tips: सर्दियों में हवा में नमी कम होने के कारण ह्यूमिड चेहरा काफी ड्राई और रफ दिखाई देने लगता है। ऐसे में घरेलू उपाय काम आ सकते हैं, जो आपकी स्किन को हाइड्रेट और सॉफ्ट बनाए रखते हैं। लेकिन अगर मलाई के साथ कुछ और चीजें लगाई जाएं, तो चेहरे की चमक भी बढ़ाई जा सकती है। वह चीजें क्या हैं?
1 चमच मलाई में 1 चमच शहद को डालकर एक गाढ़ा पेस्ट बना लें। तैयार किए गए मिश्रण को अपने चेहरे पर लगाएं और अपने हाथों से सर्कुलर मोशन में चेहरे को रगड़ें। कुछ देर मिश्रण को चेहरे पर रखने के बाद ठंडे पानी से धो लें। शहद में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जिससे त्वचा को निखारने में मदद मिलती है और मलाई स्किन को हाइड्रेट रखती है। इससे चेहरा नैचुरली चमकदार और सॉफ्ट दिखाई देता है और डार्क स्पॉट्स और डलनेस को भी कम करता है।
हल्दी और मलाई का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाना फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए 1 चमच मलाई में थोड़ी हल्दी का पाउडर मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें और इसे रात में सोने से पहले अपने चेहरे पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। फिर चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। इससे आपका चेहरा निखरेगा और दाग-धब्बों को दूर करने में मदद मिल सकती है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा को ठंडक पहुंचाते हैं।
मलाई में कुछ बूंदे गुलाब जल की मिलाकर इसे चेहरे पर लगाकर मसाज करें। रोजाना रात में लगाने से त्वचा को ताजगी और निखार मिलता है, क्योंकि मलाई और गुलाब जल का मिश्रण चेहरे में नमी बनाए रखने में मदद करता है।
सर्दियों में निम्बू और मलाई का मिश्रण काफी फायदेमंद रहता है। यह मिश्रण चेहरे पर लगाने से, क्योंकि निम्बू में विटामिन C होता है, जो त्वचा को साफ और बेदाग बनाने में मदद करता है। इसे बनाने के लिए मलाई में कुछ बूंदे निम्बू के रस की डालें और इसे चेहरे पर लगाकर मसाज करें।
मलाई में बेसन मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें और इसे चेहरे पर लगाएं। बेसन स्क्रब की तरह काम करता है और त्वचा को गहराई से साफ करता है। यह पैक त्वचा को न केवल साफ करता है, बल्कि डेड सेल्स को भी हटाता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।