PM Modi Rally: प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने बेगूसराय में छठ व्रतियों से आशीर्वाद लिया और उन्हें सूप तथा फल वितरित किए। इस दौरान उन्होंने प्रसिद्ध गायिका शारदा सिन्हा को भी याद किया, जिन्होंने छठ पूजा के गीतों के माध्यम से इस पावन पर्व की सांस्कृतिक महत्ता को बढ़ावा दिया है।
PM Modi Rally: बेगूसराय में आयोजित विशाल जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को छठ व्रतियों से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। पीएम मोदी ने सूप और फल अर्पित कर बिहार की इस लोक आस्था के महापर्व को नमन किया। उन्होंने कहा, “मेरा सौभाग्य है कि छठ महापर्व की इस शुभ बेला में मुझे आप सभी परिवारजनों के दर्शन का अवसर मिला है। मेरी कामना है कि छठी मईया का आशीर्वाद बिहार पर, हम सभी पर इसी तरह बना रहे।”
पीएम ने कहा कि बेगूसराय की यह धरती सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक आस्था की भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि बिहार की मातृशक्ति इस पर्व के जरिए देश को संयम, संस्कार और समर्पण की प्रेरणा देती है।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी भावुक हो उठे जब उन्होंने छठ गीतों की सम्राज्ञी शारदा सिन्हा को याद किया। उन्होंने कहा, “जब छठी मईया की पूजा की बात आती है, तो शारदा सिन्हा जी को याद करना स्वाभाविक है। शारदा जी तो बेगूसराय की बहू थीं। हमारी सरकार को उन्हें पहले पद्म भूषण और इस वर्ष पद्म विभूषण से सम्मानित करने का अवसर मिला। शारदा जी अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके अमर गीत हमेशा गूंजते रहेंगे। मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।” प्रधानमंत्री के इन शब्दों पर सभा स्थल तालियों से गूंज उठा। लोगों ने जय छठी मईया के नारों से माहौल को भक्ति और जोश से भर दिया।
पीएम मोदी ने बेगूसराय की जनसभा से बिहार चुनाव अभियान को एक नई दिशा देते हुए कहा कि “जंगलराज को सुशासन में बदला जा चुका है, अब सुशासन को समृद्धि में बदलने का समय है।” उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने 2005 में एनडीए को आशीर्वाद देकर जिस परिवर्तन की शुरुआत की थी, अब उसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने की जरूरत है।
पीएम ने कहा, “आपने हमेशा मोदी पर भरोसा किया है, नीतीश जी पर आशीर्वाद बरसाया है। एनडीए के लिए आपका यही प्यार, आपका अटल विश्वास अब बिहार को विकास के नए दौर की तरफ ले जा रहा है,” प्रधानमंत्री ने कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी महागठबंधन पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह गठबंधन नहीं बल्कि “महालठबंधन” है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “इस महालठबंधन में अटक दल है, लटक दल है, घटक दल है, झटक दल है और पटक दल है। ये लोग कैमरे पर आकर कुछ भी बोलें, लेकिन पीठ पीछे एक-दूसरे की खाल खींच रहे हैं।” उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते दो दशक में पार्टी कोई चुनाव नहीं जीत सकी, लेकिन अभी भी अहंकार में अटकी हुई है।
प्रधानमंत्री ने सभा के अंत में जनता से अपील की कि वे 6 और 11 नवंबर को मतदान के दिन “पहले मतदाता, फिर जलपान” के संकल्प के साथ बाहर निकलें। उन्होंने कहा, “यह जनसभा नहीं है, बिहार के सपनों का और नए संकल्पों का मेला है। इस जनसभा का पूरे बिहार को संदेश है कि फिर एक बार NDA सरकार, फिर एक बार सुशासन की सरकार।”