बीएसएफ जवान विजय सिंह कुंतल ने हौसले के दम पर पुणे में 6वीं नेशनल पैरा शूटिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण और कांस्य पदक जीतकर क्षेत्र का नाम रोशन किया।
सौंख। मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। सीमा सुरक्षा बल में रहकर देश सेवा करने वाले जवान विजय सिंह कुंतल ने इस संकल्पना को साबित कर दिखाया है। एक हाथ से दिव्यांग विजय सिंह कुंतल ने करीब 500 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए पुणे में आयोजित 6वीं नेशनल पैरा शूटिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण व कांस्य पदक जीतकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
क्षेत्र के गांव गुनसारा निवासी दिव्यांग बीएसएफ जवान विजय सिंह कुंतल ने चैंपियनशिप में स्वर्ण और कांस्य पदक जीतकर खुटेल पट्टी का नाम राष्ट्रीय स्तर पर चमकाया है। दिल्ली के डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित 6वीं नेशनल पैरा शूटिंग चैंपियनशिप में देशभर से 500 से अधिक पैरा खिलाड़ी शामिल हुए। इनमें विजय सिंह ने 10 मीटर राइफल प्रोन पोजिशन में स्वर्ण पदक और एयर राइफल स्टैंडिंग वर्ग में कांस्य पदक जीता।
विजय सिंह वर्ष 2021 में आयोजित पहली नेशनल पैरा शूटिंग चैंपियनशिप में भी एक कांस्य पदक जीत चुके हैं। वर्ष 2022 में दिल्ली में हुई दूसरी नेशनल पैरा शूटिंग चैंपियनशिप में उन्होंने 50 मीटर राइफल प्रोन पोजिशन में रजत पदक तथा 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग और प्रोन पोजिशन में दो कांस्य पदक जीते।
वर्ष 2024 में पुणे में भी उन्होंने प्रोन पोजिशन में कांस्य पदक हासिल किया। उन्होंने बताया कि अब उनका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करना है और वे इसकी तैयारी में जुट गए हैं।
विजय सिंह कुंतल ने बताया कि वर्ष 2014 में वे 165 बीएन बीएसएफ, मथुरा में कार्यरत थे। उनकी बटालियन उत्तर प्रदेश में चुनाव ड्यूटी पर थी। चुनाव पूर्ण होने के बाद वे अपने साथियों के साथ सरकारी वाहन से मथुरा लौट रहे थे। इसी दौरान एक ट्रक ने सरकारी वाहन को टक्कर मार दी और वाहन पलट गया।
हादसे में विजय सिंह कुंतल सहित चार जवान दब गए और गंभीर रूप से घायल हुए। दुर्घटना में उनके दाहिने हाथ में गंभीर फ्रैक्चर हुआ। काफी उपचार के बावजूद दाहिने हाथ की कार्यक्षमता सामान्य नहीं हो सकी, लेकिन हिम्मत नहीं हारी और बाएं हाथ से सभी दैनिक कार्यों के साथ शूटिंग की प्रैक्टिस जारी रखी। इसी हौसले का परिणाम है कि विजय सिंह लगातार तीसरे वर्ष नेशनल चैंपियनशिप में पदक जीत रहे हैं।