भीलवाड़ा में सूदखोरों से परेशान एक कपड़ा व्यापारी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है। व्यापारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, वह अपने परिवार के साथ राज्यपाल से मिलकर अपनी पीड़ा साझा करेंगे।
भीलवाड़ा: सूदखोरी और क्रिकेट सट्टे के जाल में फंसा होने का आरोप लगाते हुए कपड़ा व्यवसायी रजत रांका ने अपनी मजबूरी सार्वजनिक कर दी। रांका ने बताया, पिछले लंबे समय से कुछ लोगों द्वारा उन्हें और उनके परिवार को लगातार धमकाया जा रहा है।
पीड़ित ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मामले में न्याय की गुहार लगाई। साथ ही कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह अपनी जान देने का रास्ता अपनाने के साथ-साथ इस्लाम धर्म अपना लेने की बात भी कह चुके हैं।
रांका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, आरोपियों में राहुल गुर्जर, राहुल सोनी और राजू जाट के नाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गुर्जर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर के रिश्तेदार बताए जाते हैं, जिस कारण उन्हें राजनैतिक संरक्षण का डर भी है।
रांका का आरोप है कि आरोपियों ने उन्हें सट्टे में फंसाकर और सूद के नाम पर भारी ब्याज वसूला। शुरुआती उधार 10 लाख रुपए के बदले अब तक 5 करोड़ रुपये वसूल लिए गए, जबकि अभी भी आरोपी उन पर ढाई करोड़ रुपए बकाया बता रहे हैं।
पीड़ित ने दावा किया, आरोपियों ने उनके बैंक के चेक जबरन उठा लिए और उनका दुरुपयोग किया है। साथ ही परिवार के सदस्यों को भी बार-बार लक्ष्य बनाकर धमकाया जा रहा है। हमारे घरवालों की जान को खतरा है, रोज धमकी मिलती है, बच्चों और पत्नी का मन बैठ गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि वे पहले ही मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव से कर चुके हैं और कोर्ट ने आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश भी जारी किए हैं, मगर उसके बावजूद आरोपियों को खुलेआम घूमते देखकर उन्हें निराशा हुई है।
रांका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ बैंक कागजात, चेक का विवरण और शिकायत की प्रतियां भी प्रस्तुत करने की बात कही। ताकि उनकी शिकायतों का सत्यापन किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि कई बार शिकायतों के बावजूद मामला ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश की गई और प्रशासनिक देरी की वजह से आरोपियों ने सहजता से घूमना-फिरना जारी रखा।