भीलवाड़ा जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया। खेत पर जाते समय झूलते बिजली के तार की चपेट में आने से किसान की गर्दन धड़ से अलग हो गई। घटनास्थल पर ही किसान की मौत हो गई।
भीलवाड़ा। जिले के शक्करगढ़ क्षेत्र के बरोदा गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। खेत पर जाते समय झूलते बिजली के तार की चपेट में आने से किसान की गर्दन धड़ से अलग हो गई। घटनास्थल पर ही किसान की मौत हो गई। हादसे के बाद ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
सूचना पर शाहपुरा से विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता धर्मेंद्र कुमार मित्तल मौके पर पहुंचे और विभाग की ओर से निर्धारित आर्थिक सहायता दिलवाने का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद ग्रामीण पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए।
बरोदा के देवनगर निवासी भंवरलाल (40) पुत्र हजारी गुर्जर शुक्रवार तड़के करीब चार बजे अपने खेत पर जा रहा था। रास्ते में गुजर रही 11 हजार केवी विद्युत लाइन का तार इंसुलेटर टूटने के कारण नीचे झूल रहा था। अंधेरा होने की वजह से भंवरलाल को तार दिखाई नहीं दिया और वह उसकी चपेट में आ गया।
भंवरलाल की दर्दनाक मौत से पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। गांव में सुबह से ही गम का माहौल पसरा रहा और हर किसी की आंखें नम दिखाई दीं। भंवरलाल अपने बूढ़े माता-पिता का इकलौता सहारा था। परिवार की जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी।