भीलवाड़ा में 37 सेंटर बनाए, 40 क्विंटल से अधिक नहीं होगी मूंग की खरिद
सरकार ने आखिरकार मूंग, उड़द व मूंगफली खरीद की तारीख की घोषणा कर दी है। इससे किसानों को बड़ी राहत मिली है। जिले में सरकारी खरीद 24 नवम्बर से शुरू होगी। इस बार भीलवाड़ा जिला मुख्यालय सहित 37 क्रय-केंद्रों पर मूंग, उड़द व मूंगफली की खरीद होगी। हालांकि खरीदी की एक सीमा तय की गई है। किसानों से एक पंजीकरण में 40 क्विंटल से अधिक मूंग की खरीद नहीं करेगी।
खरीद के पीछे की वजह व प्रक्रिया
समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द व मूंगफली की सरकारी खरीद का निर्णय करने पर राज्य सरकार ने पंजीयन कार्य लगभग एक माह पहले शुरू कर दिया था और किसान खरीदी की बाट जोह रहे थे। लेकिन कुछ स्थानों पर पंजीयन में अनियमितताओं की शिकायत आने के कारण खरीद में देरी हुई। ऐसे में कुछ किसानों ने अपनी फसल कम दाम पर बेचकर नुकसान उठाया। आदेश के अनुसार सरकार कुल उत्पादन का लगभग 25 प्रतिशत की खरीद करेगी। पंजीयन के दौरान हुई अनियमितताओं को ध्यान में रखते हुए सख्त कदम उठाए गए हैं।
दामों में भारी गिरावट, फिर भी बेची फसल
सरकार ने इस खरीफ सीजन के लिए समर्थन मूल्य में मूंग के लिए 8,768 रुपए क्विंटल, मूंगफली के लिए 7,263 रुपए क्विंटल निर्धारित किया है। लेकिन जिले के किसान इन दामों से काफी नीचे अपनी फसले बेच रहे हैं। मंडी में मूंग 6,000 रुपए क्विंटल, उड़द 4,000 से 6,000 रुपए क्विंटल तथा मूंगफली 4,500 से 5,000 हजार रुपए क्विंटल के भाव में बेच रहे है। इन कम दामों से किसान को प्रति क्विंटल मूंग में लगभग 2,700 और मूंगफली में लगभग 2,200 रुपए प्रति क्विंटल का आर्थिक नुकसान हो रहा है।
खरीद केंद्र व संचालन
13 क्रय-विक्रय सहकारी समितियां तथा 24 ग्राम सेवा सहकारी समितियां शामिल हैं। मूंगफली की खरीद विशेष रूप से भीलवाड़ा, कोटड़ी और मांडलगढ़ में ही होगी। किसानों को पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, जन-आधार कार्ड, बैंक पासबुक व जमाबंदी जैसे दस्तावेज साथ लाने होंगे। ऑनलाइन या ई-मित्र के माध्यम से पंजीयन की सुविधा उपलब्ध होगी।