MP News: छात्रों से जुड़ी जानकारी छुपाने और शिक्षण कार्य को लेकर पारदर्शिता में लापरवाही बरतने पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सख्त रुख अपनाते हुए प्रदेश के 10 निजी विश्वविद्यालयों को डिफॉल्टर घोषित कर दिया है।
MP News: छात्रों से जुड़ी जानकारी छुपाने और शिक्षण कार्य को लेकर पारदर्शिता में लापरवाही बरतने पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सख्त रुख अपनाते हुए प्रदेश के 10 निजी विश्वविद्यालयों को डिफॉल्टर घोषित कर दिया है। इनमें राजधानी भोपाल, जबलपुर से दो-दो और इंदौर की एक यूनिवर्सिटी शामिल है। इससे छात्रों के सामने भी नया संकट पैदा हो गया है। वहीं उनकी डिग्री को लेकर विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
यूजीसी ने हाल ही में ऐसे डिफॉल्टर(Defaulter) विश्वविद्यालयों की सूची जारी की है। इनमें प्रदेश में 10 विवि शामिल हैं। यह कार्रवाई उन संस्थानों के खिलाफ की गई है जिन्होंने यूजीसी अधिनियम के तहत अनिवार्य जानकारी प्रस्तुत नहीं की अथवा अपनी वेबसाइट पर पब्लिक सेल्फ-डिस्क्लोजर से संबंधित जरूरी सूचनाओं को जानबूझकर उपलब्ध नहीं कराया गया। यूजीसी ने इस मामले में कई मेल भी भेजे लेकिन लापरवाही के चलते सख्ती बरती। विश्वविद्यालयों की वेबसाइट पर पाठ्यक्रम, फीस संरचना और प्रवेश नियम स्पष्ट न होने से छात्र भ्रमित हो रहे हैं। इससे वे सही निर्णय नहीं ले पाते हैं। साथ ही फैकल्टी और शोध अवसरों की जानकारी, विषय विशेषज्ञ शिक्षक, अनुसंधान की संभावनाएं, प्लेसमेंट सेल और इंडस्ट्री टाई-अप की जानकारी सार्वजनिक नहीं थी। पारदर्शिता न होने से विश्वविद्यालय की साख पर भी असर पड़ता है।