Hydroponic weed - मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल मादक पदार्थों की तस्करी के लिए मुफीद बन गया लगता है।
Hydroponic weed - मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल मादक पदार्थों की तस्करी के लिए मुफीद बन गया लगता है। यहां एमडी ड्रग्स के कारखाने तक चल रहे हैं। अब भोपाल में एक बार फिर नशे के सामान की बड़ी खेप जब्त हुई है। डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने यहां से 24 KG हाइड्रोपोनिक वीड बरामद किया है जोकि गांजे का सबसे महंगा रूप है। इसे सिगरेट या सिगार पेपर में भरकर नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। DRI ने भोपाल स्टेशन पर कुछ लोगों को पकड़कर हाइड्रोपोनिक वीड जब्त की जिससे सनसनी फैल गई। बाद में DRI ने देशभर में ऑपरेशन वीड आउट चलाया जिसके अंतर्गत हाइड्रोपोनिक वीड की तस्करी का भंडाफोड़ किया गया। मामले में मास्टर माइंड समेत पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार डीआरआई ने 20 अगस्त को भोपाल रेलवे जंक्शन पर ये कार्रवाई की। इस दौरान स्टेशन पर 24.186 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद किया। एक अन्य टीम ने उसी दिन बेंगलुरु में करीब 30 किलो हाइड्रोपोनिक वीड जब्त किया।
भोपाल स्टेशन पर डीआरआई की टीम ने ट्रेन में तलाशी लेते हुए दो यात्रियों का सामान चेक किया। ये यात्री 19 अगस्त 2025 को बेंगलुरु से ट्रेन में सवार हुए थे। भोपाल में हुई कार्रवाई के बाद थाईलैंड से आए एक यात्री से 21 अगस्त को 17.95 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद किया। कुल 72 करोड़ रुपए का 72.024 किलो हाइड्रोपोनिक वीड जब्त किया गया है।
हाइड्रोपोनिक वीड सबसे महंगा गांजा होता है। इसे मिट्टी के बिना तैयार किया जाता है। हाइड्रोपोनिक तकनीक से उगाए गए गांजे में आम गांजे की तुलना में उच्च THC (टेट्रा हाइड्रो कैनाबिनोल) स्तर होता है। इससे ये ज्यादा नशीला बन जाता है।