MP News: आपके ग्रह और नक्षत्र क्या कह रहे है। कितना संघर्ष करने के बाद सफलता मिलेगी। यह बच्चे हाथ की रेखाएं देखकर बता सकेंगे। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग वास्तु शास्त्र और ज्योतिष पढ़ाएगा।
MP News: आपके ग्रह और नक्षत्र क्या कह रहे है। कितना संघर्ष करने के बाद सफलता मिलेगी। यह बच्चे हाथ की रेखाएं देखकर बता सकेंगे। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग वास्तु शास्त्र(Vastu Shastra) और ज्योतिष(Astrology) पढ़ाएगा। महर्षि पतंजलि संस्थान प्रदेश में इसकी शुरुआत करने जा रहा है। एक साल के लिए डिप्लोमा कोर्स होंगे। कक्षा नौवी से बारहवीं की संस्कृत के सिलेबस में यह पहले ही शामिल हो चुका है।
प्रदेश में करीब दो सौ संस्कृत स्कूल है। इनमें पांच हजार से ज्यादा स्टूडेंट है। नर्सरी से बारहवी तक इनका संचालन हो रहा है। ये पतंजलि संस्कृत संस्थान से सम्बद्ध हैं। संस्कृत में कैरियर के लिए संस्थान ने डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किए है। ज्योतिर्विज्ञान, वास्तु शास्त्र की पढ़ाई कराई जाएगी। एक साल के ये पाठ्यक्रम कॅरियर ओरिएंटेड बताए जा रहे हैं।
दोनों पाठ्यक्रमों की कक्षाएं एक नवंबर से शुरू होगी विभाग ऑनलाइन पढ़ाई कराएगा। हफ्ते में तीन-तीन दिन दो-दो घंटे की क्लास रहेगी। एक्सपर्ट के रूप में संस्थान संस्कृत यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट की मदद भी लेगा। पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए 30 अक्टूबर अंतिम तारीख है। नवंबर से क्लास से शुरू होगा।
राजधानी में सरकारी और गैर सरकारी पांच संस्कृत स्कूल हैं। पतंजलि संस्थान से सम्बद्ध हैं। इनमें से एक सरोजनी नायडू में संस्कृत की पढ़ाई के लिए कम्प्यूटर लैब भी खोला गया है।
ज्योतिष व वास्तु शास्त्र रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम है। पांच हजार रुपए में एक पाठ्यक्रम कर सकते हैं। ज्योतिष व कर्मकांड में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिएकाफी फायदेमंद साबित होगा। - आरके सिंह, अपर संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय