MP News: प्रस्तावित डिजिटल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत स्नातक एवं स्नातकोत्तर एवं अन्य प्रोग्राम प्रारंभ करने पर भी चर्चा हुई।
MP News: मध्यप्रदेश में जल्द एक अलग डिजिटल यूनिवर्सिटी शुरू की जाएगी। उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा मंत्री इन्दर परमार ने नेशनल डिजिटल यूनिवर्सिटी एवं इसी प्रकार कार्य कर रहे अन्य विश्वविद्यालयों के बारे में विस्तृत अध्ययन करने के बाद मध्यप्रदेश में डिजिटल यूनिवर्सिटी स्थापित करने का ब्लू प्रिंट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। बीते दिन मंत्रालय में उन्होंने अधिकारियों के साथ इस संबंध में विस्तार से चर्चा की। प्रस्तावित डिजिटल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत स्नातक एवं स्नातकोत्तर एवं अन्य प्रोग्राम प्रारंभ करने पर भी चर्चा हुई। ये प्रोग्राम आधुनिक तकनीक पर आधारित होंगे।
कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल ने कौशल विकास संबंधी समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि कौशल विकास योजनाओं का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों से सीधे जोड़ना है। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्लेसमेंट की संख्या और गुणवत्ता दोनों को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। नवाचार आधारित प्रशिक्षण पद्धतियों को अपनाने और उद्योगों के साथ साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।
विशेषकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स एंड मशीन लर्निंग यूजी प्रोग्राम, सायबर सिक्यूरिटी एवं थ्रेट इंटेलीजेन्स पर पीजी प्रोग्राम, डिजिटल मार्केटिंग एंड एनालिटिक्स, डिजिटल सप्लाई चेन मैनेजमेन्ट पर एमबीए प्रोग्राम चलाए जाएंगे।
मंत्री परमार ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की आवश्यकताओं के अनुरूप, उनसे संबंधित समस्त प्रक्रिया को डिजिटलाइज करने के लिये निर्देशित किया। विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में आंतरिक मूल्यांकन को डिजिटलाइज करने के लिये भी कहा। उन्होंने अगली बैठक में डिजिटल यूनिवर्सिटी के एक्ट और व्यवस्थाओं पर कुलसचिव राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को प्रस्तुतीकरण देने के निर्देश दिए।