MCU Student Death : माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) के छात्र दिव्यांश चौकसे की तीसरी मंजिल से गिरने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई है।
MCU Student Death : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) के जनसंचार विभाग में पढ़ने वाले छात्र दिव्यांश चौकसे की तीसरी मंजिल से गिरने के बाद शुक्रवार रात को इलाज के दौरान मौत हो गई है। जान गवाने वाले छात्र की उम्र मात्र 22 वर्ष थी। घटना गुरुवार सुबह हुई थी, जब क्लास के ब्रेक के दौरान वो बालकनी पर गया। बताया जा रहा है कि, यहां से वो फिसलकर नीचे गिर गया था। हादसे के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में हड़कंप मच गया, फिलहाल, पुलिस ने दिव्यांश के साथी छात्रों के बयान दर्ज किए हैं। शुरुआती जानकारी सामने आई है कि, छात्र खेलते खेलते पैर फिसलने से बिल्डिंग से नीचे गिरा था।
घटना एमसीयू के जनसंचार विभाग की तीसरी मंजिल पर गुरुवार 30 अक्टूबर की सुबह करीब 11:30 बजे घटी थी। दिव्यांश चौकसे मास्टर इन मास कम्युनिकेशन (एमएमसी) के पहले सेमेस्टर का छात्र था। रायसेन जिले में रहने वाला छात्र दिव्यांश सोशल मीडिया पर भी खासा सक्रिय था। उसके इंस्टाग्राम अकाउंट 'NCERT ज्ञान' पर करीब 5 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं, जहां वह शैक्षिक कंटेंट डालता था।
बताया जा रहा है कि, क्लास के बीच ब्रेक होने पर दिव्यांश बालकनी की तरफ गया। अचानक उसके पैर फिसल गए और वो तीसरी मंजिल से नीचे गिर गया। गिरने की तेज आवाज सुनकर आसपास के छात्र और स्टाफ दौड़कर मौके पर पहुंचे। छात्र को सिर, छाती और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें थीं। तत्काल एम्बुलेंस बुलाई गई और उसे पहले नजदीक के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत बिगड़ने पर उसे सेज अपोलो अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां शुक्रवार रात करीब 10 बजे उसने दम तोड़ दिया।
रातीबाड़ी थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया मामला पैर फिसलने के कारण हादसे का लग रहा है, लेकिन पुलिस किसी भी पहलू को नजरअंदाज नहीं कर रही। साथी छात्रों और स्टाफ के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। यूनिवर्सिटी के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, ताकि स्पष्ट हो सके कि, आखिर ये घटना कैसे घटी। फिलहाल, हत्या या आत्महत्या के कोई संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच की दिशा तय की जा सकेगी।