Dengue Virus : डेंगू की पहचान मोबाइल ही कर देगा। यह बता देगा कि शरीर में डेंगू वायरस(Dengue Virus) का कितना लोड है और क्या प्रभाव पड़ सकते हैं।
Dengue Virus : डेंगू की पहचान मोबाइल ही कर देगा। यह बता देगा कि शरीर में डेंगू वायरस(Dengue Virus) का कितना लोड है और क्या प्रभाव पड़ सकते हैं। सिर्फ टेस्ट स्लाइड पर खून की एक बूंद डालकर मोबाइल से फोटो खींचना होगा। फिर यह सॉफ्टवेयर की मदद से विश्लेषण कर स्थिति बता देगा। इस शोध के लिए एम्स(AIIMS Bhopal) के इंट्राम्यूरल स्टूडेंट्स रिसर्च ग्रांट के कृष कौशल को सम्मानित किया गया है। इस शोध को ऑन-साइट वायरल लोड इम्प्लिकेशन फॉर प्रॉग्नोसिस ऑफ डेंगू डिजीज यूजिंग मोबाइल फोन- ए सेमी-क्वॉन्टिटेटिव टेस्ट बेस्ड ऑन एनएस1 इमेज एनालिसिस नाम दिया गया।
यह इमेजिंग तकनीक है। इसके लिए एनएस1 टेस्ट स्लाइड पर खून की ड्रॉप डालने पर रंग देख, मोबाइल में मौजूद सॉफ्टवेयर वायरस से जुड़ी सभी जानकारी दे देता है। यह बताता है कि वायरस(Dengue Virus) कितना स्ट्रॉन्ग है। आगे शरीर को किस तरह से प्रभावित करेगा। इससे समय रहते रोकथाम संभव होगा।
बता दें कि डेंगू एक वायरल संक्रमण(Dengue Virus) के कारण होता है और ये एडीज मच्छरों के कटाने से फैलता है। इस बीमारी को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी लोग जानते है। बीमारी के दौरान मरीज को कई तरह के शारीरिक कष्टों को झेलना पड़ता है। आमतौर पर ये वायरल 10 दिन तक ही एक्टिव रहते हैं। लेकिन कई बार इनका प्रभाव इतना होता है कि वे मरीज की जान ले लेते हैं।