भोपाल

सूरत की तर्ज पर भोपाल में फ्लाईओवर के नीचे बन सकते हैं 70 से अधिक स्पोर्ट्स सेंटर

MP News: सूरत नगर निगम की तर्ज पर भोपाल में भी फ्लाईओवर के नीचे की खाली जगह में स्पोर्ट्स हब विकसित करने से भोपालवासियों को इसका लाभ मिल सकता है। सूरत में इसे शहरी नियोजन का एक बेहतरीन उदाहरण बताया जा रहा है।

2 min read
Oct 01, 2025
sports centres built under flyovers in Bhopal (फोटो सोर्स : पत्रिका)

MP News: सूरत नगर निगम की तर्ज पर भोपाल में भी फ्लाईओवर के नीचे की खाली जगह में स्पोर्ट्स हब विकसित करने से भोपालवासियों को इसका लाभ मिल सकता है। सूरत में इसे शहरी नियोजन का एक बेहतरीन उदाहरण बताया जा रहा है। यहां पहला प्रमुख स्पोर्ट्स हब पार्ले पॉइंट चार रास्ता स्थित शहीद वीर भगत सिंह ब्रिज के नीचे विकसित किया गया है। इस स्मार्ट अर्बन मैजिक का लाभ भोपालवासियों को भी मिल सकता है। यहां दस ब्रिज हैं, जिनके नीचे खाली ब्लॉक्स में करीब 70 प्ले जोन विकसित किए जा सकते हैं। यहां 5000 से अधिक लोगों को अपने घर के पास खेल सुविधा मिल सकती है।

ये भी पढ़ें

2-लेन रोड ओवरब्रिज के निर्माण को मिल गई मंजूरी, होगा फायदा

यहां बेहतर है ये स्पोर्ट्स हब

विशेषकर सघन आबादी वाले क्षेत्रों में जहां पार्क और खेल के मैदान जैसी सार्वजनिक जगहें बहुत कम होती है। इस अभिनव उपयोग से बिना किसी नई जमीन का उपयोग किए नागरिको को खेलने की जगह मिल जाती है। नगर निगम द्वारा संचालित होने के कारण बहुत कम शुल्क या सदस्यता फीस पर इसे उपलब्ध कराया जाता है। फ्लाईओवर के नीचे की जगह को रोशनी, सुरक्षाकर्मी और उचित सुविधाओं के साथ विकसित करने से यह दिन-रात उपयोग के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है।

भोपाल में यहां ओवरब्रिज

  • गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक अंबेडकर ब्रिज करीब 2.7 किमी लंबाई में है। इसके नीचे की खाली जगह को छोटे-छोटे ब्लॉक में बांटकर कई मिनी-स्पोर्ट्स हब विकसित किए जा सकते हैं।
  • पुराने शहर में जीएडी ब्रिज के नीचे असामाजिक तत्वों का जमावड़ा और अवैध दुकानें खुल गई हैं। यहां इन्हें हटाकर स्पोर्ट्स हब बने तो कोहेफिजा समेत परि पार्क व लालघाटी तक के लोगों को लाभ मिल सकता है।
  • लालघाटी ब्रिज का हाल में सौंदर्गीकरण किया गया। यहां कई छोटे स्पोर्ट्स हब विकसित करने की जगह है। अभी चौराहा के पास शराब की दुकान होने से यहां दिनभर शराबी बैठे रहते हैं जो आवाजाही में दिक्कत देते हैं।
  • करोद व छोला ब्रिज के नीचे काफी जगह है। आसपास पूरा स्लम एरिया है। यदि यहां स्पोर्ट्स हब बनें तो इंडोर गेम में स्लम से ही कई प्रतिभाओं को तराशा जा सकता है।

ऐसे समझें ब्रिज के नीचे प्ले जोन

फ्लाईओवर स्पोर्ट्स हब एक सामुदायिक केंद्र होता है जिसे विशेष रूप से ऊपरी पुलों, रेलवे ओवरब्रिज या मेट्रो वायडक्ट के नीचे की खाली जगह में विकसित किया जाता है। यह उस जगह को नया जीवन देता है जो पहले अक्सर कचरा फेंकने का स्थान, अनधिकृत पार्किंग या असामाजिक गतिविधियों का केंद्र बन जाती थी। फ्लाईओवर की संरचना इन हब को धूप और बारिश से देती है। यह इनडोर या अर्ध-इनडोर सुविधा बन जाती है। यहां जमीन पहले से ही उपलब्ध है. इसलिए नए सिरे से भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे विकास की लागत कम हो जाती है। यहां टेबल टेनिस, कैरम, शतरंज, एयर हॉकी, बॉलिंग, पीकलबॉल और बॉक्स क्रिकेट जैसे खेल हो सकते हैं।

ब्रिज के नीचे खाली जगह का उपयोग करने संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए हुए हैं। इसमें योजना तय कर काम आगे बढ़ाया जाएगा।-कौशलेंद्र विक्रमसिंह, कलेक्टर

ये भी पढ़ें

आंधी-ताबड़तोड़ बारिश के साथ होगी मानसून की विदाई, चार दिन तक आंधी-बारिश की चेतावनी

Published on:
01 Oct 2025 09:54 am
Also Read
View All

अगली खबर