MP News: नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की शिकायतों के बाद अब बीसीएलएल ने दिसंबर से ई-बसों को सड़को पर उतारने का नया दावा किया है।
MP News: नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की शिकायतों के बाद अब बीसीएलएल ने दिसंबर से ई-बसों को सड़को पर उतारने का नया दावा किया है। इससे पहले तीन बार इस प्रकार की घोषणा की जा चुकी है। यदि इस बार ये दावा सही साबित हुआ तो जनता को बड़ी राहत मिलेगी। जनता अभी जैसे तैसे ई-रिक्शा और ब्लू लाइन बसों के सहारे अपना सफर तय कर रही है। ये हाल तब है जब लोगों ने महंगी दरों पर महापौर पास खरीदकर लो फ्लोर बसों में सफर का सपना देखा था। पीएम ई-बस सेवा के फेस-1 में 100 बसें मिलेंगी। इसके लिए दो नए डिपो संत हिरदाराम नगर और कस्तूरबा नगर में बनाए जा रहे है। नए बस ऑपरेटर का चयन भी हो चुका है। वहीं, दूसरे फेस में 95 बसे आएंगी। आरिफ नगर और कोलार रोड पर नए डिपो बनेंगे।
ई बसों के लिए दो स्थान पर डिपो बनाए गए हैं। दिसंबर तक इन बसों का पहला लॉट सड़कों पर उतार दिया जाएगा।- हरेंद्र नारायण, निगमायुक्त
बीसीएलएल के चार बस ऑपरेटर्स 94 प्रतिशत बसें डिपो में बंद हो चुकी हैं। 368 में से सिर्फ 95 सिटी बसें चलने पर सांसद आलोक शर्मा ने भी हैरानी जताई। सांसद शर्मा ने निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण से पूछा था कि किस ऑपरेटर की कितनी बसें चल रही हैं, ये बताएं। इतनी संख्या में बसें क्यों बंद हुई जबकि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को तो बढ़ाना चाहिए। सांसद की बात से विधायक भगवानदास सबनानी ने भी सहमति जताई थी।
ई-बसों में भी महापौर पास की सुविधा नागरिकों को दिए जाने का प्रस्ताव है। इसके लिए ऑपरेटर्स को अलग से राशि जारी की जाएगी। इसके तहत छात्र-छात्राएं, दिव्यांगजन, महिला, सीनियर सिटीजन, कर्मचारियों को महापौर स्मार्ट पास के जरिए अलग अलग श्रेणी में कम दरों पर यात्रा कर सकेंगे।
शहर की सड़कों से एक साल में ढाई सौ सिटी बसें गायब होने का मुद्दा विधानसभा में भी उठा है। 25 रूट पर चलने वाली 368 बसों में से अभी सिर्फ 95 बसें ही दौड़ रही हैं। ऐसे में महिला स्टूडेंट्स और नौकरीपेशा लोगों के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। हर रोज करीब 1 लाख लोग परेशान हो रहे हैं।