MP News: मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआइआर के कार्य में लापरवाही से आम मतदाता के साथ आइपीएस, आइएएस तक चिंतित हैं। गणना फार्म वितरण और उसे कलेक्ट कर बीएलओ एप पर अपडेट करने के लिए अब महज 13 दिन ही बचे हैं।
MP News: मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआइआर के कार्य में लापरवाही से आम मतदाता के साथ आइपीएस, आइएएस तक चिंतित हैं। गणना फार्म वितरण और उसे कलेक्ट कर बीएलओ एप पर अपडेट करने के लिए अब महज 13 दिन ही बचे हैं। 13.47 फीसदी फार्म ही डिजिटलाइज हुए हैं। 21 लाख 25 908 मतदाताओं में से 18 लाख 39 510 मतदाताओं का काम बाकी है। रोजाना एक लाख 41500 मतदाताओं को डिजिटलाइज करेंगे तभी काम पूरा होगा। ऐसे में भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रमसिंह तक मैसेज पहुंच रहे हैं कि एसआइआर में क्या हो रहा? शिकायत है कि वोटर्स से किसी बीएलओ ने एप्रोच नहीं किया। फार्म नहीं मिले। कलेक्टर से जल्द एसआइआर प्रक्रिया पूरी कराने का अनुरोध किया जा रहा है।
● 2019 में डीजीपी रहे वीके सिंह ने कलेक्टर को मैसेज भेज कर कहा है, एसआइआर चर्चा है। हमें इसमें छोड़ दिया गया है।
● आइएएस अधिकारी दिलीप कापसे ने मैसेज किया है कि शिवाजी नगर स्थित आवास का पर फार्म नहीं मिला है।
● उप जिला निर्वाचन अधिकारी भुवन गुप्ता के पास भी इसी तरह की शिकायतें पहुंची हैं।
वर्ष 2003 की मतदाता सूची में अपना या अपने माता-पिता, दादा-दादी का नाम जानने के लिए एसआइआरभोपालडॉटकॉम पर सर्च कर नाम, इपिक नंबर या मोहल्ले के नाम से जानकारी ले सकते हैं।
सितंबर में मिलानी थी बीएलओ सूची, डेढ़ माह में भी काम नहीं: निर्वाचन आयोग के अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में घोषित एसआइआर कार्यक्रम के डेढ़ माह पहले ही सितंबर में प्रशासन ने 2029 बीएलओ को 2003 की मतदाता सूची मिलाने का काम सौंपा। लेकिन डेढ़ माह में भी काम नहीं हुआ। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बांटे गए फॉर्म वापस नहीं किए जा रहे हैं।
एक बीएलओ पर छह निगरानीकर्ता एक बीएलओ पर सुपरवाइजर के तौर पर पटवारी, उन पर आरआइ की ड्यूटी है। इस पर निरीक्षणकर्ता के तौर पर 233 अफसरों को लगाया गया है।