Encounter:उत्तर प्रदेश के मथुरा में यूपी पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर के बाद 9 पारदी बदमाशों को गिरफ्तार किया है इनमें से 3 बदमाश गोली लगने से घायल हुए हैं..।
Encounter: मध्यप्रदेश से भागकर उत्तर प्रदेश पहुंचे बदमाशों का यूपी पुलिस ने मथुरा में शॉर्ट एनकाउंटर कर दिया। पुलिस ने बदमाशों की पूरी गैंग को पकड़ा है जिसमें 9 सदस्य हैं इनमें से तीन बदमाश शॉर्ट एनकाउंटर में घायल हुए हैं। यूपी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मध्यप्रदेश के कुछ लोगी कौसी थाना इलाके के पास नई कामर रोड पर बैठे हुए हैं और कुछ 'अंधेरी खेलने' की प्लानिंग कर रहे हैं। पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर के बाद बदमाशों के पास से तमंचे, कारतूस और डकैती में प्रयोग होने वाले औजार बरामद किए हैं।
मुखबिर ने पुलिस को बताया था कि बदमाश आपस में बात कर रहे हैं कि यहां घरों के अलावा फैक्ट्रियां भी हैं उनमें भी 'अंधेरी खेल' सकते हैं। इतना ही नहीं आसपास के लोगों को उन्होंने बताया था कि वो मध्यप्रदेश के गुना के रहने वाले हैं वृंदावन में दर्शन करने के लिए आए हैं। इस सूचना पर मथुरा पुलिस जैसे ही मौके पर पहुंची तो पारदी गैंग के सदस्यों ने उन पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायर किए जिसमें तीन बदमाश शॉर्ट एनकाउंटर में गोली लगने से घायल हुए हैं। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गैंग के 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
यूपी पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर के बाद जिन 9 बदमाशों को पकड़ा है उनके नाम राजवीर निवासी कनैरा, थाना धरनावदा (गुना), राजाबाबू उर्फ राजा निवासी बीलाखेडी (गुना), रामभवन, निवासी बीलाखेडी (गुना), राजेश, निवासी बीलाखेडी (गुना), राधेश्याम, निवासी करमाखेडी रूठियाई (गुना), रंजीत, निवासी रूठियाई (गुना), श्याम सिंह, निवासी रूठियाई (गुना), धनराज, निवासी रूठियाई (गुना), वीरपाल, निवासी रूठियाई (गुना) हैं। पता चला है कि शॉर्ट एनकाउंटर में जो तीन बदमाश घायल हुए हैं उनमें से दो बदमाश राजा और रामभवन इसी साल मई के महीने में गुना के धरवानदा में हुए मोहन हत्याकांड में भी आरोपी हैं।
मुखबिर ने यूपी पुलिस को बताया था कि बदमाश 'अंधेरी खेलने' की बात कह रहे थे। आखिर ये अंधेरी क्या होती है जब पुलिस ने इसके बारे में पकड़े गए बदमाशों से पूछा तो जवाब सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। बदमाशों ने बताया कि पारदी गैंग से हैं और उनकी गैंग अधिकतर कृष्ण पक्ष में डकैती डालती है। कृष्ण पक्ष वो समय होता है, जब रात में चांद नहीं दिखता और अंधेरा रहता है। ये इस समय को वारदात के लिए सबसे मुफीद मानते हैं। इस समय में डकैती डालने को ही 'अंधेरी खेलना' कहते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि वारदात करने से पहले गैंग के सदस्य अपनी कुलदेवी की पूजा करते हैं और फिर उसके बाद ही डकैती डालते हैं।
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