भोपाल

MP की धरती ने उगला खजाना, रेयर अर्थ एलिमेंट मिला, इन जिलों में भी चल रही खोज

MP News: मप्र में सोने की खदान में दुर्लभ और महंगे खनिज के संकेत मिले हैं। 660 हेक्टेयर क्षेत्र में जल्द शुरू होगी हाई-वैल्यू मिनरल्स की खोज। 10 से अधिक जिलों में भी दुर्लभ तत्वों की खोज की जा रही है।

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Dec 12, 2025
rare earth element found in chhindwara-pandhurna gold mine (फोटो- Wikipedia)

Rare Earth Element found: प्रदेश में गोल्ड और कई रेयर अर्थ एलीमेंट मिलने के बाद अब प्लेटिनम (Platinum) की खोज शुरू होने जा रही है। इसके लिए छिंदवाड़ा और पांढुर्ना जिलों का एक बड़ा क्षेत्र चुना गया है। केंद्रीय खान मंत्रालय के अधीन कार्यरत राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण एवं विकास न्यास (NMEDT) ने 660 हेक्टेयर का जमतरा मोरडोंगरी ब्लॉक मप्र राज्य खनिज निगम को प्लेटिनम समूह की धातुओं के एक्सप्लोरेशन के लिए स्वीकृत किया है।

यहां पर जल्द इनकी खोजबीन शुरू होगी। प्लेटिनम अति दुर्लभ खनिजों की श्रेणी में आता है, इसलिए यह सोने से भी ज्यादा महंगा है। उद्योगों में भी इसकी काफी मांग है लेकिन हमारे देश में इसकी उपलब्धता बहुत कम है। (MP News)

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प्लेटिनम इसलिए महत्वपूर्ण

प्लेटिनम समूह के खनिज बहुत दुर्लभ होते हैं। यह जमीन के अंदर ज्यादा गहराई में पाए जाते हैं और दूसरे खनिजों के साथ मिले रहते हैं। इसलिए इनका उत्खनन और प्रोसेसिंग बहुत जटिल प्ररि या होती है। इसलिए यह सोने से भी ज्यादा दुर्लभ और महंगा होता है। कैटालिटिक कनवर्टर के रूप में इसकी उद्योगों में भी काफी मांग है।

इन जिलों में चल रही खोज

रेयर अर्थ एलीमेंट्स की खोज खासतौर पर छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, बालाघाट श्योपुर, छतरपुर झाबुआ, डिंडोरी सिंगरौली, उमरिया आदि जिलों में चल रही है। जो ब्लॉक एक्सलोरेशन के लिए दिए गए हैं अधिकांश इन्हीं जिलों में हैं।

केंद्रीय खान मंत्रालय ने कागजी कार्रवाई की शुरू

केंद्रीय खान मंत्रालय का प्रदेश के खनिज संसाधन विभाग को पत्र मिलने के बाद प्लेटिनम समूह के खनिजों की खोजबीन के लिए कागजी कार्रवाई शुरू हुई है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक प्रश्न के लिखित जवाब में विभाग ने इसकी पुष्टि भी की है।

केंद्र ने इसके लिए जो 660 हेक्टेयर का ब्लॉक तय किया है, उसमें पांढुर्ना व छिंदवाड़ा जिलों की तहसील मोहखेड़ और परासिया के कई गांवों की जमीन आ रही है। अभी केवल यहां पर सैटेलाइट और प्रारंभिक सर्वे ही हुआ है। इसके बाद यह ब्लॉक खनिज विकास निगम को सौंपा गया है। निगम इसके एक्सप्लोरेशन के लिए एजेंसी तय कर रहा है।

प्रदेश में अभी 73 ब्लॉक में एक्सप्लोरेशन जारी

केंद्र सरकार ने 2024 में एक्सप्लोरेशन नीति लागू की है। मप्र, केंद्र सरकार की इस नीति का क्रियान्वयन करने वाला पहला राज्य बना था। प्रदेश में स्ट्रेटेजिक एवं क्रिटिकल मिनरल, मुख्यतः रॉक-फास्फेट, ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट एवं रेयर अर्थ एलीमेंट (आरईई) की खोजबीन का काम किया जा रहा है। प्रदेश में जियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और निजी कंपनियां सर्वे कर रही हैं। अभी तक एक्सप्लोरेशन के लिए 73 खनिज ब्लॉक दिए गए हैं। इसमें प्लेटिनम का हाल ही में दिया गया ब्लॉक भी शामिल है।

सिंगरौली में रेयर अर्थ एलीमेंट का बड़ा भंडार

सिंगरौली में क्रिटिकल मिनरल रेयर अर्थ एलिमेंट्स का बड़ा भंडार मिला है। कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा किए गए शोध में सिंगरौली में स्कैंडियम, यिट्रियम आदि की अच्छी खासी सांद्रता पाई है। कोयले में इनकी औसत मात्रा 250 पीपीएम और गैर-कोयला स्तर पर लगभग 400 पीपीएम आंकी गई है। इसके बाद जबलपुर में गोल्ड की खोजबीन तेज हो गई है। (MP News)

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Updated on:
12 Dec 2025 08:25 am
Published on:
12 Dec 2025 07:38 am
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