साल 2025 के महाकुंभ में 'सुंदर साध्वी' के नाम से वायरल हो रही हर्षा रिछारिया जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाली हैं। ये बड़ा खुलास खुद हर्षा के पिता दिनेश रिछारिया ने मीडिया के सामने किया।जानिए किससे होगी 'सुंदर साध्वी' हर्षा की शादी...
Harsha Richhariya Wedding : साल 2025 के महाकुंभ में 'सुंदर साध्वी' के नाम से वायरल हो रही हर्षा रिछारिया जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाली हैं। ये बड़ा खुलास खुद हर्षा के पिता दिनेश रिछारिया ने मीडिया के सामने किया। घर में शहनाई बजाने की तैयारियां घरवालों ने शुरू कर दी हैं। हर्षा रिछारिया की शादी के लिए लड़के भी देखे जा रहे हैं। जानिए किससे होगी 'सुंदर साध्वी' हर्षा की शादी…
बता दें सोशल मीडिया सेंसेशन हर्षा रिछारिया भोपाल की रहने वाली हैं। इसके माता-पिता भोपाल में ही रहते हैं। पिता दिनेश रिछारिया(Harsha Richhariya Wedding) कोई कामकाज नहीं करते। वहीं हर्षा की मां किरण रिछारिया अपना बुटीक चलाती हैं। यूपी के झांसी में 5वीं तक की पढाई के बाद हर्षा अपने परिवार संग भोपाल आ गईं। हर्षा ने यहीं से मॉडलिंग और एंकरिंग में अपना करियर शुरू किया था। पिछले कुछ सालों से हर्षा ने लाइमलाइट की चकाचौंध छोड़कर अध्यात्म का रुख कर लिया। हर्षा रिछारिया खुद को उत्तराखंड के स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज(Swami Kailasanand Giri Ji Maharaj) की शिष्य बताती हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान हर्षा रिछारिया(Harsha Richhariya Wedding) के पिता दिनेश रिछारिया ने सनसनीखेज खुलासा किया है। दिनेश रिछारिया ने कहा कि, 'हम बेटी की शादी को लेकर बहुत गंभीर हैं। इसके लिए दो लड़के भी देखे गए है। एक लड़का देहरादून का है और दूसरा नासिक में रहता है। रिश्ता फाइनल होते ही हम अपनी बेटी की शादी कर देंगे।'
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उन्होंने आगे कहा कि, हमारे परिवार ने बहुत संघर्ष किया है। मैं चाहता हूं कि मेरी बेटी खुश रहे। वहीं शादी के सवाल पर हर्षा की मां किरण ने कहा कि, जब हम दूसरों की बेटियों को शादी का जोड़ा पहनाते है तो अपनी बेटी को क्यों नहीं पहनाएंगे? हालांकि हर्षा ने अभी तक किसी भी लड़के को पसंद करने की बात नहीं की है।
बता दें कि सोशल मीडिया पर 'सुंदर साध्वी' के नाम से फेमस हुई हर्षा रिछारिया असल में कोई साध्वी नहीं है। इस बारे में बात करते हुए किरण रिछारिया ने कहा कि, मैंने पहली बार जब हर्षा को साध्वी के कपड़ों में देखा था तो मैं रो पड़ी थी लेकिन उसने हमें समझाया कि वो केवल शिष्य है। उसने संन्यास नहीं लिया है।