MP Education- मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों में टीचर्स के लिए डिजिटल अटेंडेंस अनिवार्य कर दी गई है जिसपर बवाल भी मचा हुआ है।
MP Education- मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों में टीचर्स के लिए डिजिटल अटेंडेंस अनिवार्य कर दी गई है जिसपर बवाल भी मचा हुआ है। टीचर्स सहित स्कूली शिक्षा विभाग के ज्यादातर अधिकारी कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन विभाग भी अडिग है। तनातनी के ऐसे माहौल में प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने प्रदेश में लागू डिजिटल अटेंडेंस व्यवस्था को स्कूली शिक्षकों के लिए सुविधाजनक बताया है। स्कूली शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने विभाग में अनुकंपा नियुक्तियों के लिए जल्द ही नीति जारी करने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा है कि नई शिक्षा नीति से रोजगार और कौशल विकास में संभावना बढेंगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह राजधानी भोपाल के टीटी नगर के मॉडल स्कूल छात्रसंघ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। यहां उन्होंने ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित किया जिन्होंने बोर्ड की 12वीं और 10वीं क्लास की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने देश में लागू नई शिक्षा नीति-2020 को शिक्षा के क्षेत्र में सबसे बड़ा बदलाव बताया। उन्होंने कहा कि इससे स्कूल में बच्चों का कौशल विकास और भविष्य में रोजगार की संभावनाओं को मजबूती मिलेगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश में मॉडल, एक्सीलेंस और पीएमश्री के रूप में 75 हजार स्कूल सर्व-सुविधाओं के साथ विकसित किए जा चुके हैं। छात्र छात्राओं को विश्व-स्तरीय अध्ययन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में करीब 300 स्कूल सांदीपनि विद्यालय के रूप में संचालित हो रहे हैं।
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने इस मौके पर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लागू डिजिटल अटेंडेंस व्यवस्था की भी चर्चा की। उन्होंने इसे शिक्षकों के लिए भी सुविधाजनक बताया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि डिजिटल प्लेटफार्म से टीचर्स अपने अवकाश की स्वीकृति करा सकते हैं, लेखा संबंधी और अन्य समस्याओं को भी दर्ज करा सकते हैं।
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह के मुताबिक इस डिजिटल प्लेटफार्म को भोपाल के कमांड सेंटर से संचालित किया जाएगा। कार्यक्रम में उन्होंने शिक्षकों के लिए बड़ा ऐलान भी किया। मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग जल्द ही अनुकंपा नियुक्ति नीति भी घोषित करेगा। इसके माध्यम से दिवंगत शिक्षकों के परिवार के नियुक्ति संबंधी प्रकरणों को एक निश्चित समय-सीमा में हल किया जाएगा।
विधायक भगवान दास सबनानी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। मॉडल स्कूल की प्राचार्य रेखा शर्मा ने गुणवत्ता के क्षेत्र में स्कूल को प्राप्त श्रेष्ठ पुरस्कारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जानकारी दी कि छात्रसंघ चुनाव के जरिए बच्चों को चुनाव प्रणाली और लोकतंत्र के महत्व के बारे में बताया गया है।