MP News: अनियोजित कॉलोनियों और लापरवाह सिस्टम ने एमपी में हजारों लोगों की जिंदगी दांव पर लगा दी है। एसटीपी का गंदा पानी सप्लाई लाइनों में मिलकर सेहत बिगाड़ रहा है।
sewage mixing with drinking water: राजधानी में 2.50 लाख से ज्यादा लोगों की सेहत खतरे में है। शहर की करीब 60 अवैध और 25 वैध कॉलोनियों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का गंदा पानी खुले में बह रहा है। अब इससे भी ज्यादा खतरनाक स्थिति यह है कि यही दूषित पानी वाटर सप्लाई लाइनों में मिक्स हो रहा है। इसके सीधे परिणाम लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहे है। (mp news)
इस समस्या की जड़ अनियोजित विस्तार और कमजोर बुनियादी ढांचा है। पटेल नगर, कटारा हिल्स, बैरागढ़, कोलार, करोद, अयोध्या बायपास और बावड़िया जैसे क्षेत्रों में हाल ही में विकसित हुई कॉलोनियों में यह समस्या सबसे गंभीर है। इन इलाकों में तेजी से बसी कॉलोनियों में एसटीपी बनाए तो गए, लेकिन अब नगर निगम और कॉलोनी प्रबंधन दोनों ही इनकी देखरेख पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। (mp news)
दूषित पानी पीने से हैजा, टाइफाइड, पीलिया और गैस्ट्रोएंटेराइटिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। बारिश के मौसम में पानी को उबालकर या फिल्टर करके ही पीएं। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। -डॉ. पूर्वी गोहिया, जीएमसी
हमारी टीम लगातार इन कॉलोनियों की निगरानी कर रही है। हम जल्द ही सभी एसटीपी को दुरुस्त करने के लिए कॉलोनियों को नोटिस जारी करेंगे। जल आपूर्ति लाइनों की भी जांच कराई जा रही है। - हरेंद्र नारायण, आयुक्त नगर निगम