Coldrif Cough Syrup Case : कफ सिरप पीने से छिंदवाड़ा में हुई 15 बच्चों की मौत के बाद जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दो और कफ सिरप बच्चों के लिए जानलेवा निकली हैं। इनमें 0.01% से ज्यादा डायएथिलीन ग्लाइकॉल पाया गया है।
Coldrif Cough Syrup Case :मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप पीने से अबतक हुई 15 नवजात बच्चों की मौत के बाद शुरु हुई स्वास्थ्य विभाग की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि, दो और कफ सिरप बच्चों के लिए जानलेवा साबित हुए हैं। इनमें री-लाइफ ओर Respifresh -Tr कफ सिरप बच्चों के लिए दवा के बजाए जहर साबत हुए हैं। बताया जा रहा है कि, दोनों ही कफ सिरप कंपनियां गुजरात में बनती हैं।
दरअसल, दवाई दुकानों में से लिए गए 19 सैंपलों में से 3 कफ सिरप को बच्चों के लिए जानलेवा माना जा रहा था। जांच रिपोर्ट में इन तीनों कफ सिरप में 0.01 प्रतिशत से ज्यादा डायएथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा पाया गया है। इन सिरप से बच्चों की किडनी फेल और ब्रेन डैमेज होने का खतरा काफी अदिक होता है।
जहरीली कफ सीरप बनाने वाली श्री सन कंपनी का डायरेक्टर फरार है। साल 2009 में कंपनी कानून रूप से बंद तक दी गई थी, लेकिन इसे नाम बदलकर दोबारा से शुरू कर दिया गया था। कफ सिरप बनाने वाली तमिलनाडु की कंपनी सभी मानकों को दरकिनार कर उत्पादन कर रही थी। सिरप का निर्माण कांचीपुरम में स्थित एक छोटी फैक्ट्री में होता था। 2000 वर्ग फीट में फैक्ट्री संचालित होती थी। इसी जानलेवा फैक्ट्री में 60 से अधिक प्रोडक्ट का निर्माण होता था। जानलेवा कफ सिरप फैक्ट्री में कई उपकरणों पर जंग लगी पाई गई है, जो अपने आप में एक बड़ा खतरा है।