Waqf Board : प्रदेशभर में सबसे ज्यादा वक्फ संपत्तियां भोपाल में ही है। वक्फ बोर्ड के ऑनलाइन रिकॉर्ड के अनुसार यहां 4475 संपत्तियां है।
Waqf Board Property : भोपाल जिला प्रशासन ने करीब साढ़े चार हजार वक्फ संपत्तियों में से 80 फीसदी का भौतिक सत्यापन कर लिया है। जिले में 777 समूह में 4475 वक्फ संपत्तियां है। प्रशासन ने इनमें से 80 फीसदी का भौतिक सत्यापन कर लिया है। जेपीसी के निर्देशानुसार कलेक्टर को पांच दिन में संपत्तियों का भौतिक सत्यापन(Survey Report) पूरा करने के निर्देश दिए थे।
प्रदेशभर में सबसे ज्यादा वक्फ संपत्तियां भोपाल में ही है। वक्फ बोर्ड के ऑनलाइन रिकॉर्ड के अनुसार यहां 4475 संपत्तियां(Waqf Board Property) है। 34 कब्रिस्तान के साथ पांच मुसाफिर खाने, मस्जिदें, हमीदिया रोड पर शॉपिंग कॉप्लेक्स, ग्राम राजमऊ गौहरगंज में कृषि भूमि, कुरवाई पठारी में कृषि भूमि, शाहजहांनाबाद बारह महल मकान नवाब मंजिल में 4000 वर्ग फिट का मकान, नवबहार सब्जी मंडी पर भी वक्फ का दावा है। यहां तहबाजारी किराया वसूली में विवाद हो चुके हैं।
भोपाल - 4475
उज्जैन - 1473
इंदौर - 1307
शाजापुर - 1213
विदिशा - 1011
वक्फ संपत्तियों(Waqf Board Property) से बोर्ड को 2022 में 3.29 करोड़ की आय हुई। इससे पहले 2021 में ये आय 4.17 करोड़ रही। भोपाल में ही कई संपत्तियां दुकान व मकान के तौर पर किराए पर दी है। शॉपिंग कॉप्लेक्स से लेकर कृषि भूमि को लीज पर देकर राजस्व की प्राप्ति की जाती है। बोर्ड के रिकॉर्ड के अनुसार। कुल 23 हजार 118 संपत्तियां प्रदेश में दर्ज होना है। ये संपत्तियां 14863 समूह में है।
कलेक्टर कौशलेद्र विक्रमसिंह के मुताबिक, वक्फ संपत्तियों के भौतिक सत्यापन के लिए विधायक मध्यक्षेत्र आरिफ मसूद ने छह माह का समय मांगा है। विधायक ने वक्फ संसोधन विधेयक की समिति अध्यक्ष जगदंबिका पाल को पत्र लिखकर बताया है कि बोर्ड के पोर्टल पर दर्ज 15 हजार संपत्तियों में से आठ हजार का ही सत्यापन हुआ है। सात हजार का सत्यापन बाकी है, जिसमें छह माह का समय लगेगा। पांच दिन में ये संभव नहीं है। जल्दबाजी में संपत्तियां इंद्राज होने से छूटने की आशंका है।हमारा सर्वे हो चुका है।