Leopard Attack in Bijnor: बिजनौर में तेंदुए के हमले से खेत में चारा काट रही महिला की दर्दनाक मौत हो गई। पति ने बचाने की कोशिश की लेकिन असफल रहे। आक्रोशित ग्रामीण शव लेकर डीएफओ ऑफिस पहुंचे और हंगामा किया।
Leopard Attack Woman Killed: यूपी के बिजनौर के नजीबाबाद थाना क्षेत्र के इससोपुर गांव में रविवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब खेत में घास काट रही महिला मीरा (32) पर तेंदुए ने हमला कर दिया। मीरा अपने पति महेंद्र सिंह के साथ खेत पर गई थी। पति खेत के दूसरी ओर काम कर रहा था, तभी अचानक झाड़ियों से निकलकर तेंदुआ मीरा पर झपटा और उसके गले को जबड़ों में दबोच लिया।
महेंद्र सिंह ने शोर मचाया और फावड़ा लेकर तेंदुए की ओर दौड़ा। शोर और लोगों की आहट सुनकर तेंदुआ महिला को छोड़कर खेत की ओर भाग गया। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह गंभीर हालत में मीरा को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मीरा की मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली, ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। बड़ी संख्या में लोग शव को लेकर नजीबाबाद डीएफओ ऑफिस पहुंच गए। वहां पर उन्होंने जमकर नारेबाजी की और शव का दाह संस्कार दफ्तर परिसर में करने की कोशिश की। ग्रामीणों का कहना था कि पिछले आठ दिन में तेंदुए ने तीन लोगों को शिकार बनाया है, लेकिन प्रशासन और वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे।
ग्रामीणों के हंगामे की सूचना मिलते ही एडीएम, एसडीएम और सीओ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग डीएफओ को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़े रहे। करीब तीन घंटे बाद डीएफओ अभिनव राव मौके पर पहुंचे और लोगों को आश्वासन दिया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल लगाया जा रहा है। बाद में एसपी सिटी संजीव वाजपेयी की समझाइश के बाद ग्रामीण शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
ग्रामीणों ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना था कि बीते दिनों भी तेंदुए ने एक बच्ची और अन्य लोगों पर हमला किया था, लेकिन शिकायतों के बावजूद वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। लोगों ने कहा कि विभाग न जागरूकता अभियान चला रहा है और न ही कोई सुरक्षा इंतजाम कर रहा है।
डीएफओ अभिनव राव ने बताया कि तेंदुए को चिह्नित कर लिया गया है और विभिन्न जगहों पर जाल लगाया गया है। उन्होंने कहा कि पहले भी पकड़े गए तेंदुओं को इटावा और उत्तराखंड बॉर्डर पर छोड़ा गया है। वहीं, अपर जिलाधिकारी बिजनौर ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बरेली और मुरादाबाद से विशेषज्ञ टीमें भेजी जा रही हैं और आगे हमले न हों इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है।
मृतका मीरा के पति महेंद्र ने बताया कि उसने अपनी आंखों के सामने पत्नी को मौत से जूझते देखा। ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे और तेंदुए को पकड़ने की मांग की। वहीं, भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक के युवा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी दिगंबर सिंह ने कहा कि एक ही इलाके में चार हमले हो चुके हैं, लेकिन विभाग गंभीरता नहीं दिखा रहा।