Suicide Case: भाजपा नेता विधायक धरम लाल कौशिक के करीबी परसदा निवासी कोयला कारोबारी ने आत्महत्या कर ली है। वे बीते कुछ दिनों से कोयले के कारोबार में लेनदेन को लेकर परेशान थे।
Bilaspur Businessman Suicide: बिलासपुर जिले के बिल्हा विधायक और भाजपा नेता धरमलाल कौशिक का करीबी बताने वाले कोयला कारोबारी ने सरगांव में कार के अंदर जहर खाकर जान दे दी है। परिचित इलाज के लिए उन्हें अपोलो हॉस्पिटल ले गए, जहां रात में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इधर पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि मृतक ने अपने पीछे सुसाइड नेाट छोड़ा है, जिसमें अपनी आत्महत्या का जिम्मेदार चार कोयला कारोबारियों को बताया है। 70 लाख के कर्ज का भी जिक्र है। घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है।
मृतक ने सुसाइड नोट में राजेश कोटवानी, संजय भट्ट, देवेंद्र उपवेजा व सूरज प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया है कि उसने इन चारों कोयला कारोबारियों को अपना सरगांव रोड स्थित कोयला डिपो किराए पर दिया था। इसके अलावा लोन पर उठाए गए दो लोडर और एक ट्रेलर भी उन्हें दिया गया था। इनके साथ एक समझौता भी हुआ था कि वे बैंक के लोन की किस्तें और जीएसटी का भुगतान करेंगे। लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया।
राजेश कोटवानी ने न केवल उनके प्लाट पर कब्जा कर लिया था, बल्कि दो लोडर व एक ट्रेलर को भी अपने पास रोक लिया था। इससे उन पर बैंक समेत अन्य संस्थाओं को दबाव बढ़ गया था। उसने प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई, कहीं से कोई मदद नहीं मिलने से वह परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को नरेंद्र सरगांव अपने गृह ग्राम आए और कार में बैठ कर उन्होंने सल्फास खा लिया। कुछ देर बाद उन्होंने परिचितों को कॉल कर बताया कि जहर खा लिया है। आनन-फानन में उनके परिचित पहले उनके कोल डिपो पर पहुंचे, यहां न मिलने पर पता चला कि उनकी गाड़ी सरगांव स्थित भोईना तालाब के पास है। वहां लोग पहुंचे और उन्हें तत्काल अपोलो ले आए। यहां उनकी सांसें थम गईं। सरकंडा पुलिस इस मामले में मर्ग कायम कर केस डायरी सरगांव पुलिस को भेज दिया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय दो दिन पहले बिलासपुर प्रवास पर थे। उस समय नरेंद्र कौशिक उनके स्वागत के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचा था। बाकी नेताओं के साथ वह देर रात तक कवि सम्मेलन में भी शामिल हुआ।