Bilaspur Train Accident: बिलासपुर के लाल खदान के पास रविवार की दोपहर बड़ा रेल हादसा हो गया। कोरबा से जिला मुख्यालय होकर गुजरी पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी के बीच आमने सामने की टक्कर हो गई।
Bilaspur Train Accident: बिलासपुर के लाल खदान के पास रविवार की दोपहर बड़ा रेल हादसा हो गया। कोरबा से जिला मुख्यालय होकर गुजरी पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी के बीच आमने सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि पैसेंजर ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए।
हादसे के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई। यात्रियों की चीख पुकार से पूरा इलाका गूंज उठा। इसी पैसेंजर ट्रेन के दूसरे डिब्बे में शहर से लगे बनारी गांव के पांच लोग सफर कर रहे थे। इसमें राकेश तिवारी, रमाकांत तिवारी, रामफल साव, रामकिशोर पैसेंजर ट्रेन से बिलासपुर जा रहे थे। बिलासपुर से उन्हें राजस्थान के लिए ट्रेन पहुंचना था।
राकेश तिवारी व सोनू पांडेय ने बताया कि गतौरा रेलवे स्टेशन तक सब कुछ सामान्य था। गतौरा से जैसे ही ट्रेन निकली और लाल खदान के पास पहुंची, अचानक जोर से झटका महसूस हुआ, कुछ सेकेंड के लिए ऐसा लगा जैसे कि सांसे ही थम गई। टक्कर से पूरे डिब्बे के यात्री एक दूसरे से टकरा गए। हम लोग भी सीट से नीचे गिर गए, कुछ यात्री एक-दूसरे के ऊपर गिर गए। कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर क्या हुआ, लेकिन ऐसा लग रहा था कि कुछ बड़ा हादसा जरूर हुआ है।
हालांकि हम में से किसी को कोई चोट नहीं आई। सभी सुरक्षित है, ट्रेन से बाहर निकलकर नजारा देखा तो जमीन तले आसमान खिसक गई। कई लोग खून से लथपथ थे। सोनू ने बताया कि इतना ज्यादा सहम गए कि कुछ बोल ही नहीं पा रहे थे। केवल भगवान से प्रार्थना कर रहे थे। हम लोग मां मनका दाई की मूर्ति लेने राजस्थान जा रहे थे। मां की कृपा ही है कि हमें कुछ नहीं हुआ।
रेल हादसे की जानकारी मिलते ही कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देश पर एसडीएम अकलतरा सुमित बघेल के नेतृत्व में मेडिकल टीम को तत्काल राहत एवं बचाव कार्यों में सहयोग के लिए बिलासपुर रवाना किया गया है। कलेक्टर ने बताया कि जिला प्रशासन लगातार बिलासपुर जिला प्रशासन के संपर्क में है और हर संभव सहायता के लिए तैयार है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हादसे में घायल या प्रभावित यात्रियों को हर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाए।
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