Dhurandhar Propaganda: फिल्म 'धुरंधर' को बॉक्स ऑफिस पर बाहुबली का दर्जा दिया जा रहा है। हाल ही में रिलीज हुई ये फिल्म दर्शकों के बीच जबरदस्त हिट साबित हुई है और ओपनिंग डे पर 70 करोड़ से अधिक की कमाई कर अपनी धमाकेदार मौजूदगी दर्ज कराई है।
Dhurandhar Propaganda: बॉलीवुड के सुपरस्टार रणवीर सिंह, अर्जुन रामपाल, संजय दत्त और अक्षय खन्ना स्टारर मोस्ट अवेटेड स्पाई थ्रिलर फिल्म 'धुरंधर' बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो चुकी है। बता दें, आदित्य धर द्वारा निर्देशित ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लगातार अपना जलवा दिखा रही है। साथ ही, फिल्म ने पहले वीकेंड तक 70 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है, जो एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
फिल्म 'धुरंधर' की कहानी 1999 में कंधार हाईजैकिंग के इर्द-गिर्द दिखाई गई है, जहां IB चीफ अजय सान्याल (आर. माधवन) प्लेन के अंदर यात्रियों का हौसला बढ़ाने की कोशिश करते हैं। इसके साथ ही फिल्म की शुरुआत एक ऐसे सीन से होती है जो सीधे तौर पर धार्मिक और सामाजिक मतभेद के प्रति भड़काते नजर आते है, ये तब होता है, जब एक पाकिस्तानी हाइजैकर सान्याल को 'डरपोक हिंदू' कहकर चिढ़ाता है।
इसके बाद निर्देशक आदित्य धर जानबूझकर पुरानी बातों को उठाकर आंदोलन और टकराव का माहौल बनाते हैं, जिसका मकसद भड़काना और बांटना होता है। बता दें, इस फिल्म के इरादे एक बड़े क्राइम एपिक के दायरे में समेटती है, जिसमें कट्टरता को छिपाने के लिए खून-खराबे का सहारा लिया गया है। इस फिल्म को दर्शकों से अच्छा रिस्पॉस मिल रहा हैं, लेकिन कट्टरता और खून-खराबे की वजह से ये विवादों में घिरी है।
इतना ही नहीं, फिल्म में एक गैंगस्टर की कहानी को बताया गया है। जो पाकिस्तान के अंडरवर्ल्ड नेटवर्क की गहराई को दिखा रहा है और सबसे हैरान कर देने वाला सीन ये है कि हमजा (रणवीर सिंह) जासूस जिसे सान्याल ने पाकिस्तान के गहरे आतंकी नेटवर्क में घुसपैठ करने के लिए भेजा गया था, जो धीरे-धीरे बैकग्राउंड में चला जाता है। इसके बजाय, क्राइम किंगपिन रहमान डकैत (अक्षय खन्ना) सेंटर स्टेज पर आ जाते हैं, साथ में पुलिस वाले चौधरी असलम (संजय दत्त) और लोकल पॉलिटिशियन जमील जमाली (राकेश बेदी) भी हैं। ये असल जिंदगी के किरदारों पर बेस्ड हैं और अक्सर सबसे ज्यादा चर्चित लाइनें बोलते हैं, जिसे देख आप सीट से उठ नहीं पाएंगे।
फिल्म डायरेक्टर आदित्य धर ने अपनी कला का प्रदर्शन बड़ी चतुराई से किया है और फैंस के पसंद को बखूबी से समझते आए हैं, जैसे की फिल्म में अक्षय खन्ना के इंट्रोडक्शन सीन को ही लें लो, जो साधारण होते हुए भी उनका ऑरा (Aura) बनाता है। इस फिल्म दिखाए गए पाकिस्तान के अधिकारियों को निर्दोषों की हत्या पर जश्न मनाते हुए दिखाया गया है, जिसे देख आप डर सकते है।